मुंबई, 31 मार्च (भाषा) पश्चिमी महाराष्ट्र में एक नगर निगम ने एक ‘चौक’ का नाम भारतीय वायु सेना के एक पूर्व पायलट के नाम पर रखा है।
इस पायलट को ओडिशा के तत्कालीन मुख्यमंत्री जे बी पटनायक को भीड़ के गुस्से से बचाने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।
सांगली-मिराज-कुपवाड़ सिटी नगर निगम के एक अधिकारी ने कहा कि नगर निकाय ने सांगली शहर में कोल्हापुर रोड आकाशवाणी चौक का नाम बहादुर पायलट के नाम पर ‘विंग कमांडर प्रकाश नवले चौक’ रखा है।
तत्कालीन फ्लाइट लेफ्टिनेंट नवले को 1982 में गोपालपुर में भीड़ के उत्पात से ओडिशा के तत्कालीन मुख्यमंत्री पटनायक की जान बचाने के लिए ‘शौर्य चक्र’ से सम्मानित किया गया था।
पुरस्कार प्रशस्ति पत्र में लिखा गया है: इस कार्रवाई में फ्लाइट लेफ्टिनेंट प्रकाश नवले ने दृढ़ संकल्प, साहस और सूझबूझ का परिचय दिया। यदि उन्होंने उस महत्वपूर्ण समय पर वीआईपी को वहां से नहीं निकाला होता तो स्थिति गंभीर हो सकती थी और वीआईपी को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते थे तथा कानून-व्यवस्था की स्थिति और बिगड़ सकती थी।
‘पीटीआई भाषा’ से बात करते हुए 73 वर्षीय नवले ने नगर निगम को इस सम्मान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने नगर निगम के समक्ष इस मुद्दे को उठाने के लिए भाजपा विधायक सुधीर गाडगिल का भी आभार व्यक्त किया। दोनों सैनिक स्कूल सतारा के पूर्व छात्र हैं।
नवले ने कहा कि घटना के बाद पटनायक ने उन्हें भुवनेश्वर बुलाया था और उनकी जान बचाने के लिए धन्यवाद दिया था।
भाषा
शुभम नरेश
नरेश
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