नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान से जारी सैन्य संघर्ष के बीच यहां बताया कि पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी एक परमाणु वैज्ञानिक के बेटे हैं, जिन पर अल-कायदा से संबंधों के कारण संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने प्रतिबंध लगा रखा है।
भारत द्वारा 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमलों के जवाब में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के गढ़ समेत नौ आतंकवादी शिविरों पर की गई सैन्य कार्रवाई के बाद से लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के प्रमुख के रूप में प्रेस को सक्रिय रूप से जानकारी दे रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के दस्तावेज के अनुसार चौधरी के पिता सुल्तान बशीरुद्दीन महमूद अमृतसर में पैदा हुए थे और महमूद के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने अल-कायदा के नेता ओसामा बिन लादेन से मुलाकात की थी।
अधिकारियों के अनुसार महमूद पर आरोप है कि उन्होंने परमाणु हथियार कार्यक्रम के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के साथ-साथ परमाणु हथियारों से जुड़े प्रभावों के बारे में भी जानकारी दी थी।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा, उन पर कट्टरपंथी संगठन उम्माह तामीर-ए-नौ के लिए धन जुटाने का आरोप लगाया गया था। इस संगठन की स्थापना 1999 में हुई। इसे वर्ष 2001 में अमेरिकी आक्रमण से पहले तालिबान शासित अफगानिस्तान में मानवीय जरूरतों में मदद के लिए बनाया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग से सेवानिवृत्त महमूद ने धर्म और विज्ञान के अंतर्संबंध पर चर्चा करते हुए कई पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें ‘मेकेनिक्स ऑफ द डूम्सडे एंड लाइफ आफ्टर डेथ’ भी शामिल है। इस पुस्तक में उन्होंने इस्लामी दृष्टिकोण से ब्रह्मांड के अंत का उल्लेख किया है।
अधिकारियों ने कहा कि 85 वर्षीय महमूद फिलहाल इस्लामाबाद में रहते हैं। लेफ्टिनेंट जनरल चौधरी को दिसंबर 2022 में पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने आईएसपीआर का महानिदेशक नियुक्त किया था।
उल्लेखनीय है कि वह इस पद पर नियुक्त होने वाले पाकिस्तानी सेना के इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर के पहले अधिकारी थे।
उन्होंने पहले भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं, जिनमें सैन्य अभियानों में काम करने के अलावा एक गुप्त सैन्य अनुसंधान इकाई रक्षा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संगठन (डेस्टो) के महानिदेशक के रूप में कार्य करना शामिल है।
उम्माह तामीर-ए-नौ पर 2001 में अमेरिका ने प्रतिबंध लगा दिया था। संगठन के पाकिस्तान में कई उल्लेखनीय हस्तियों से संबंध थे, जिनमें इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के विवादास्पद पूर्व महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हामिद गुल भी शामिल थे।
महमूद को 2001 में गिरफ्तार किया गया था जब उन्होंने कथित तौर पर ओसामा बिन लादेन से मुलाकात की बात स्वीकार की थी, हालांकि बाद में अधिकारियों के इस निष्कर्ष पर पहुंचने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया कि उनके पास परमाणु जानकारी को हस्तांतरित करने के बारे में तकनीकी ज्ञान का अभाव था।
अमेरिकी वित्त मंत्रालय ने उनका नाम विशेष रूप से प्रतिबंधित व्यक्तियों (एसडीएन) की सूची में डाल रखा है।
भाषा
जोहेब पवनेश
पवनेश
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