दीघा, 27 जून (भाषा) पश्चिम बंगाल के दीघा में अप्रैल में जगन्नाथ मंदिर की स्थापना होने के बाद से यहां आकर होटलों में ठहरने वालों की संख्या में 20 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
दीघा होटल व्यवसायी संघ के संयुक्त सचिव बिप्रदास चटर्जी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि लगभग 90 प्रतिशत पर्यटक दो दिन के लिए होटलों में आकर ठहरते हैं ताकि वे शहर में घूम सकें और नए मंदिर में भगवान जगन्नाथ की पूजा कर सकें। उन्होंने बताया, “इस वर्ष अप्रैल में जगन्नाथ मंदिर के खुलने के बाद से सभी होटलों में आने वालों की संख्या में औसतन 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अधिकतर आगंतुक अब थोड़े समय के लिए दीघा आते हैं, और यह कहना जल्दबाजी होगी कि आने वालों की संख्या में यह वृद्धि लंबे समय तक बनी रहेगी या नहीं।”
भगवान जगन्नाथ के लाखों भक्त पहले ही पूरे राज्य और अन्य जगहों से यहां आ चुके हैं।
चटर्जी ने कहा कि 30 अप्रैल को मंदिर के उद्घाटन के बाद से पुराने दीघा में लगभग 115 होटलों और नए दीघा, शंकरपुर व ताजपुर के 600 होटलों में आने वाले पर्यटकों की संख्या 20 लाख से अधिक हो गई है।
उन्होंने बताया, “हमें छह महीने बाद स्थिति का आकलन करना होगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि मंदिर के खुलने से दीघा में पर्यटन क्षेत्र में स्थायी उछाल आया है या यह एक अल्पकालिक प्रारंभिक प्रभाव है। ”
चटर्जी ने कहा कि मंदिर के सामने की सड़क को चौड़ा करने की आवश्यकता है।
एसोसिएशन के एक अन्य सदस्य ने कहा, “रथ यात्रा और स्नान यात्रा जैसे कुछ अवसरों पर लोगों की भीड़ को प्रबंधित करने के लिए उचित व्यवस्था होनी चाहिए। इस बार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है, लेकिन यह पूरे वर्ष लागू होनी चाहिए।”
चटर्जी ने कहा कि संघ ने सरकार द्वारा संचालित दीघा शंकरपुर विकास प्राधिकरण से, शहर को पर्यटकों के लिए एक महत्वपूर्ण गंतव्य बनाने के वास्ते कई मुद्दों को सुलझाने के लिए संपर्क भी किया है।
भाषा जितेंद्र मनीषा
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