नई दिल्ली: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक संरक्षक शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर मंगलवार को रामगढ़ जिले के उनके पैतृक गांव निमरा अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया.
शिबू सोरेन का 4 अगस्त को दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया.
दिवंगत बाबा वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी की अंत्येष्टि के उपरांत नेमरा में तीन कर्म दिन होने वाली परंपरा का निर्वहन किया। pic.twitter.com/5Hx7cS8Kqo
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 7, 2025
शिबू सोरेन का राजनीतिक सफर चार दशकों से भी अधिक लंबा रहा. इस दौरान वह तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने और डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार में केंद्रीय कोयला मंत्री जैसे अहम पदों पर भी रहे.
मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर रांची स्थित उनके आवास से निकालकर झारखंड विधानसभा लाया गया, जहां आम जनता ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता के पार्थिव शरीर के साथ शव वाहन में विधानसभा तक पहुंचे.
वीर योद्धा दिशोम गुरुजी की अंत्येष्टि के उपरांत होने वाले अनुष्ठान को लेकर गांव के अपने लोगों के साथ तीन नहान, दस कर्म और श्राद्ध कर्म को लेकर विस्तृत चर्चा की।
वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें! pic.twitter.com/NFzZwsGG7N
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 6, 2025
इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक भावुक पोस्ट में लिखा, “मैं अपने जीवन के सबसे कठिन दिनों से गुज़र रहा हूं. मुझसे सिर्फ पिता की छाया नहीं गई, बल्कि झारखंड की आत्मा का एक स्तंभ हमसे छिन गया. मैं उन्हें केवल ‘बाबा’ नहीं कहता था, वे मेरे मार्गदर्शक थे, मेरी सोच की जड़ थे और वह जंगल जैसी छांव थे जो झारखंड के लाखों लोगों को धूप और अन्याय से बचाती थी.”
शिबू सोरेन के निधन पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. उन्होंने भारतीय राजनीति और आदिवासी समुदाय के लिए उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी.
इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और विदाई दी.
कांग्रेस पार्टी ने एक्स पर लिखा, “आदरणीय दिशोम गुरुजी, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए समर्पित किया, हम सभी को प्रेरित करते रहेंगे.”
शिबू सोरेन के निधन पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया और उन्हें आदिवासी समाज और भारतीय राजनीति में दिए गए योगदान के लिए याद किया.
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन भी मंगलवार को रांची पहुंचे और शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि दी.
उन्होंने उन्हें ‘गुरुजी’ कहकर याद करते हुए कहा कि वे सच में एक महान शख्सियत थे. साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पार्टी की ओर से संवेदना भी व्यक्त की.