नयी दिल्ली, 17 मई (भाषा) आतंकवाद के खिलाफ भारत की कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति (जीरो टॉलरेंस) का संदेश देने के लिए सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने वाले सांसदों में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता बैजयंत पांडा ने कहा कि देश ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान को करारा जवाब दिया।
पहलगाम आतंकवादी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के कुछ दिन बाद केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि वह आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ के भारत के संदेश को पहुंचाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों समेत प्रमुख साझेदार देशों में सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजेगी।
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद और बैजयंत पांडा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर, जद (यू) सांसद संजय झा, द्रमुक की कनिमोई, राकांपा (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत शिंदे एक-एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
पांडा ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए भारत के मुंहतोड़ जवाब के बाद, इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के खिलाफ पाकिस्तानी दुष्प्रचार का मुकाबला करना है।
पांडा ने कहा, ‘‘ऑपरेशन सिंदूर के जरिए हमने पाकिस्तान को बहुत बड़ा सबक सिखाया। जिस तरह से वे आतंकवाद को समर्थन देते रहे हैं और उनका प्रशिक्षण वहीं होता है।’’
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमले किए और भारत ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।
पांडा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘लेकिन आजादी के बाद से वे (पाकिस्तान) जो दुष्प्रचार कर रहे हैं, उसका भी जवाब दिया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत में एकता है, चाहे वह सत्ताधारी दल हों या विपक्षी दल। हम राष्ट्रीय हित के लिए एकजुट हैं और एक स्वर में बोले हैं। हम उन देशों में मीडिया और बुद्धिजीवियों के साथ भी चर्चा करेंगे।’’
पांडा ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देने में इसलिए सक्षम है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल भारत की सामूहिक सोच को दुनिया तक पहुंचाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे जानकारी मिली है कि मुझे एक प्रतिनिधिमंडल का नेता नियुक्त किया गया है। यह हमारे प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच है। भारत की सामूहिक सोच दुनिया को दिखाएगी कि हमें आतंकवाद के खिलाफ खड़ा होना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद का खात्मा दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। मुझे सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जाना है। आप देखेंगे कि विपक्षी नेता भी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं… मुझे उम्मीद है कि भारत की सामूहिक सोच दुनिया को बताई जाएगी कि उन्हें आतंकवाद के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।’’
जद(यू) नेता संजय झा ने कहा कि भारत लंबे समय से आतंकवाद का दंश झेल रहा है और अब समय आ गया है कि दुनिया को बताया जाए कि देश अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुझे एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने का मौका दिया है। दुनिया को यह बताना महत्वपूर्ण है कि भारत अपने देश के खिलाफ किसी भी आतंकवादी गतिविधि पर चुप नहीं बैठेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने लंबे समय तक कष्ट झेले हैं, अब हम इसे और सहन नहीं करेंगे। हमारी सेनाओं ने दिखाया कि हमने पाकिस्तान के भीतर जाकर आतंकवादी ढांचे पर किस तरह प्रहार किया।’’
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि वे इस बात पर प्रकाश डालेंगे कि पाकिस्तान किस तरह भारत में आतंकवादी हमले कर रहा है।
थरूर ने कहा, ‘‘पहलगाम में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को नष्ट करने की केंद्र की कार्रवाई के बाद सरकार ने एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है… हम पाकिस्तान द्वारा हमारे देश में किए जा रहे आतंकी हमलों को उजागर करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिनिधिमंडल भेजने से पहले एक विस्तृत बैठक भी की जाएगी। यह एक महत्वपूर्ण कार्य है और मैं इस जिम्मेदारी को पूरा करने की पूरी कोशिश करूंगा।’’
एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी कुछ इसी तरह की बात कही।
उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे, न कि एआईएमआईएम या किसी अन्य राजनीतिक दल का… हम ऐसा दुनिया को यह बताने के लिए करेंगे कि हमारे देश में क्या हो रहा है, कैसे हमारी महिलाएं विधवा हो रही हैं और बच्चे अनाथ हो रहे हैं और कैसे पाकिस्तान हमें अस्थिर करना चाहता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, लेकिन एक पड़ोसी देश… अगर क्षेत्र अस्थिर हो जाता है, तो इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा।’’
भाषा
देवेंद्र दिलीप
दिलीप
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