नयी दिल्ली, चार जून (भाषा) दिल्ली में बिजली का काम करने वाले एक व्यक्ति को लूटने के एक आरोपी को यमुना नदी में दो घंटे के तलाश अभियान के बाद पकड़ लिया गया जबकि एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि दो आरोपियों में से एक गोताखोर है, जिसने पुलिस को चकमा देने के लिए अपने कौशल का फायदा उठाया।
पुलिस ने बताया कि 24 मई की सुबह इलैक्ट्रिशियन प्रिंस (30) घर लौट रहा था। कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन पर उतरने के बाद जब वह खैबर पास की ओर जाने लगा तो अलीपुर रोड पर अंबेडकर भवन के पास दो लोगों ने उस पर हमला कर दिया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनमें से एक ने प्रिंस का गला दबा दिया, जिससे वह गिर गया और घायल हो गया। हमलावरों ने उसका मोबाइल फोन तथा बैग छीन लिया और पास में ही इंतजार कर रहे एक ऑटो रिक्शा में बैठकर भाग गए।
इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल और उसके आसपास के 120 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद पुलिस ने ऑटो रिक्शा का पता लगाया और उसके चालक अजय कुमार (22) को सभापुर के चौहान पट्टी स्थित ऑटो स्टैंड से दो जून को गिरफ्तार कर लिया।
अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान अजय ने अपना अपराध कबूल किया और अपने साथी विकास उर्फ भूरा (26) के बारे में भी बताया।
अधिकारी ने बताया कि पहले से ही हत्या और डकैती के मामलों में शामिल विकास अक्सर पुराने यमुना ब्रिज क्षेत्र में जाता था जहां नदी से सिक्के और अन्य सामग्री एकत्र करके अपनी आजीविका चलाता था।
इस सूचना पर एक टीम यमुना घाट पहुंची और विकास को देखा, लेकिन पुलिस को देखकर वह भागने का प्रयास करते हुए नदी में कूद गया।
अधिकारी ने बताया कि नौका और गोताखोरों की मदद से नदी में दो घंटे की तलाश के बाद एक बांध के पास छिपे विकास को पकड़ लिया गया।
अधिकारी के अनुसार, विकास ने आगे बताया कि एक अन्य व्यक्ति सन्नी उर्फ जंगली भी लूट में शामिल था, जो चोरी का मोबाइल फोन और बैग लेकर भाग गया था।
अधिकारी ने बताया कि फरार आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
विकास के अलावा अजय का भी आपराधिक इतिहास है और उसके खिलाफ डकैती का एक मामला दर्ज है।
भाषा यासिर नरेश
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