तंजावुर (तमिलनाडु), 31 जनवरी (भाषा) राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के ‘‘तथ्य अन्वेषण दल’’ ने यहां हाल ही में एक नाबालिग लड़की की आत्महत्या के संबंध में जिला अधिकारियों और अन्य लोगों से सोमवार को मुलाकात की।
ऐसे दावे किए जा रहे हैं कि लड़की ने ईसाई धर्म स्वीकार करने के लिए मजबूर किये जाने के बाद यह कदम उठाया।
एनसीपीसीआर अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय दल ने जिले के उस स्कूल का भी दौरा किया जहां पीड़ित लड़की पढ़ाई कर रही थी।
कानूनगो ने इससे पहले अनुरोध किया था कि जो इस मुद्दे के संबंध में ‘‘तथ्य अन्वेषण दल’’ की मदद करना या कोई सूचना देना चाहता है तो वह उनसे यहां रेलवे अधिकारियों के गेस्ट हाउस में मिल सकता है, जहां सोमवार को बैठकें हुई।
बंद कमरे में हुई बैठक में एनसीपीसीआर दल ने जिला पुलिस प्रमुख, पोस्टमार्टम करने वाले सरकारी चिकित्सकों, स्थानीय ग्रामीणों, स्कूल के प्रतिनिधियों और स्कूल के कुछ मौजूदा और भूतपूर्व छात्रों से मुलाकात की।
उन्होंने बाद में उस स्कूल का भी दौरा किया जहां लड़की पढ़ रही थी।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले तंजावुर में मिशनरी स्कूल की 17 वर्षीय छात्रा ने आत्महत्या कर ली थी। उसकी एक सहपाठी ने बताया था कि उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए कथित तौर पर विवश किया गया। इस संबंध में एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ था। स्कूल प्रबंधन ने आरोप से इनकार कर दिया था और इसके पीछे निहित स्वार्थों को जिम्मेदार ठहराया था।
भाषा गोला अनूप
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