पणजी, चार मई (भाषा) भगदड़ में छह लोगों की मौत के एक दिन बाद रविवार को उत्तरी गोवा के श्री लईराई देवी मंदिर में अनुष्ठान जारी रहे और मंदिर समिति ने लोगों से क्षेत्र में आने से परहेज करने की अपील की।
उत्तरी गोवा के एक मंदिर में शनिवार तड़के एक उत्सव के दौरान भगदड़ मच गई। यह घटना पणजी से करीब 40 किलोमीटर दूर शिरगांव में उस समय हुई जब हजारों श्रद्धालु मंदिर में वार्षिक उत्सव में भाग लेने के लिए मंदिर की संकरी गलियों में उमड़ पड़े।
हालांकि, रविवार को सैकड़ों श्रद्धालु उस अनुष्ठान में भाग लेने के लिए कम से कम दो किलोमीटर पैदल चलकर गांव आए, जिसमें देवी को स्थानीय लोगों के घरों में ले जाया जाता है।
यह अनुष्ठान ‘‘होमखंड’’ समारोह के एक दिन बाद मनाया जाता है, जिसके दौरान व्यापक स्तर पर अग्नि जलायी जाती है और श्रद्धालु अंगारों पर चलते हैं।
श्री लईराई देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष दीनानाथ गांवकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि ‘कौल’ अनुष्ठान को रोकना संभव नहीं है, जिस दौरान देवी को चार दिनों तक स्थानीय लोगों के घरों में ले जाया जाता है और उसके बाद देवी को फिर से मंदिर लाया जाता है। उन्होंने कहा, ‘‘शनिवार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी। इसमें कई जानें चली गईं, लेकिन हम अनुष्ठानों को रोक नहीं सकते।’’
गांवकर ने कहा कि मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से गांव में आने से परहेज करने की सार्वजनिक अपील की है। उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस ने वाहनों को इलाके में प्रवेश करने से रोकने के लिए शिरगाओ के रास्ते में असनोरा गांव में भी बैरिकेड लगाये हैं।’’
उन्होंने कहा कि देवी में अपनी आस्था के कारण कई लोग अब भी पैदल ही अनुष्ठान के लिए पहुंचे हैं।
हालांकि, मंदिर समिति की अपील के बावजूद, उत्सव के लिए लगाये गए स्टॉल काम करते रहे। स्थानीय लोगों में से एक ने कहा, ‘‘आप लोगों को उत्सव में शामिल होने से नहीं रोक सकते। देवी लईराई के श्रद्धालु गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में फैले हुए हैं।’’
भाषा अमित संतोष
संतोष
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