लखनऊ, 10 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि शिक्षकों को छात्रों में ‘‘राष्ट्र प्रथम’’ की भावना भी पैदा करनी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा मिले।
लखनऊ के एक स्कूल में शिक्षक आभार समारोह को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘हर नागरिक का लक्ष्य राष्ट्र प्रथम होना चाहिए। यह केवल देश के नेतृत्व, सुरक्षा बलों या प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षकों के लिए यह जरूरी है कि वे राष्ट्र प्रथम की भावना से छात्रों को पढ़ाएं।’’ हर क्षेत्र में नयी पीढ़ी विकसित भारत की नींव बनेगी।
आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘शिक्षा केवल अच्छे अंकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे नैतिक मूल्यों और जीवन निर्माण से जोड़ा जाना चाहिए। ऐसा जीवन जो देश के लिए उपयोगी हो, समाज के लिए प्रेरणादायी हो। जब हम शिक्षा को राष्ट्रीय मूल्यों से जोड़ेंगे तभी एक विकसित भारत की नींव रखी जा सकेगी, जहां हर नागरिक सुरक्षित, समृद्ध और आत्मनिर्भर हो।’’
छात्रों द्वारा प्रस्तुत ‘आदि योगी’ नाटक की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां बच्चों को इतिहास, परंपरा और मूल्यों से जोड़ती हैं।
इस प्रस्तुति को महाकुंभ की ओर बढ़ रहे भारत के सांस्कृतिक स्वरूप से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पौराणिक कहानियां केवल मनोरंजन के लिए नहीं बल्कि जीवन के मूल्यों को सिखाने का माध्यम हैं।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने आईसीएससीई बोर्ड में 10वीं-12 वीं की परीक्षा में सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले, जेईई मेन में चयनित छात्रों को सम्मानित किया। उन्होंने शिक्षकों को भी सम्मानित किया।
बाद में ‘एक्स’ पर पोस्ट कर उन्होंने कहा, ‘‘सिटी मोंटेसरी स्कूल (सीएमएस) लखनऊ में आज आयोजित ‘शिक्षक धन्यवाद समारोह’ में हिस्सा लिया। इस अवसर पर मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पूर्ण विश्वास है कि शिक्षा को संस्कार, राष्ट्रीयता और भारत की परंपराओं के साथ जोड़ते हुए भारतीय संस्कृति को मजबूती प्रदान करने हेतु हम सामूहिक रूप से आगे बढ़ेंगे। सीएमसी परिवार को हार्दिक बधाई एवं विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाएं।’’
भाषा जफर खारी
खारी
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