धर्मपुरी (तमिलनाडु), दो अक्टूबर (भाषा) ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के महासचिव एडप्पाडी के. पलानीस्वामी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन करूर में हुई दुखद भगदड़ की घटना को लेकर वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से जवाब मांगकर राजनीति कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारियों, विशेष रूप से विभागीय सचिवों का काम सत्तारूढ़ पार्टी की हां में हां मिलाना नहीं है, क्योंकि उनकी जिम्मेदारी जनता के प्रति होती है।
पलानीस्वामी ने अपने राज्यव्यापी अभियान के तहत यहां एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार करूर में 27 सितंबर को हुई भगदड़ की घटना को लेकर सफाई देने के लिए सरकारी अधिकारियों, खासकर विभागीय सचिवों का उपयोग कर रही है, जबकि इस मामले की जांच के लिए पहले ही एकल सदस्यीय जांच आयोग गठित किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि सरकारी सचिव विकास पहल के बारे में तो बता सकते हैं, लेकिन उस घटना के बारे में उस तरह बात नहीं कर सकते, जैसे ‘राजनीतिक नेता करते हैं।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर राज्य सरकार ने उचित सुरक्षा प्रदान की होती, तो करूर में 41 लोगों की जान नहीं जाती। जानमाल के नुकसान के लिए सरकार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि 2026 में जब अन्नाद्रमुक सरकार बनाएगी तो इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पलानीस्वामी ने कहा, ‘‘करूर में 41 मौतों का कारण बनी अपर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के बारे में सवाल कर रही जनता को मुख्यमंत्री को जवाब देना होगा। मुझे यकीन है कि जनता 2026 के चुनावों में द्रमुक को करारा जवाब देगी।’’
अपना भाषण शुरू करने से पहले, अन्नाद्रमुक महासचिव ने अभिनेता से नेता बने विजय के नेतृत्व वाली तमिलगा वेत्री कषगम की रैली में हुई भगदड़ में मारे गए लोगों की याद में दो मिनट का मौन रखने की पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की।
भाषा नोमान सुरेश
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