तिरुवरुर (तमिलनाडु), 13 सितंबर (भाषा) तमिलनाडु के तिरुवरुर जिला स्थित कूठानल्लुर तालुक के ग्रामीणों ने गांव के 30 वर्षीय एक व्यक्ति की कुवैत में हुई मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मंगलवार को यहां प्रदर्शन किया।
आर मुथुकुमारन की पत्नी विद्या ने दावा किया कि उनके पति ने एक घरेलू सहायक के तौर पर कुवैत में काम शुरू किया था, जिसके चार दिनों के अंदर उनके नियोक्ता ने गोली मार कर उनकी हत्या कर दी।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें गड़रिये के तौर पर काम करने के लिए मजबूर किया गया, भोजन, पानी और जरूरत की अन्य चीजें नहीं दी गईं तथा रेत पर सोने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने फोन पर दो बार मुझसे बात की और कहा कि वह घर लौटना चाहते हैं और इसके लिए उन्हें भारतीय दूतावास जाना होगा।’’
विद्या ने बताया कि मुथुकुमारन तीन सितंबर को कुवैत गये थे। मोबाइल फोन पर उनसे सात सितंबर को संपर्क नहीं हो पाया और दो दिन बाद उनके परिवार को उनकी मौत की सूचना दी गई।
उन्होंने कहा, ‘‘अब तक, कुवैत से कोई जानकारी नहीं मिली है। मैंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन से हस्तक्षेप करने और हमारे परिवार की मदद करने का आग्रह किया है।’’
महिला ने अपने रिश्तेदारों और ग्रामीणों के साथ जिले के अधिकारियों को एक अर्जी देकर मुथुकुमारन के पार्थिव शरीर को यहां लाने का अनुरोध किया है।
भाषा सुभाष माधव
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