चेन्नई, 17 मई (भाषा) तमिलनाडु के आबकारी मंत्री एस मुथुसामी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर सरकारी टीएएसएमएसी में कथित घोटाले की जांच के दौरान राज्य सरकार के अधिकारियों को परेशान करने और उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
मंत्री ने शनिवार को केंद्रीय एजेंसी पर ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ का आरोप लगाते हुए इसकी कड़ी निंदा की तथा इसके खिलाफ सभी कानूनी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। मुथुसामी ने यह भी कहा कि सरकार हमेशा राज्य के अधिकारियों का मजबूती से समर्थन करेगी।
आवास, निषेध और आबकारी विभाग का प्रभार संभाल रहे मुथुसामी ने एक बयान में कहा कि राजनीतिक उद्देश्य से तमिलनाडु राज्य विपणन निगम (टीएएसएमएसी) के मुख्यालय में ईडी ने तलाशी ली।
बयान में कहा गया कि यह दिखाने की कोशिश हुई कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) शासन के दौरान टीएएसएमएसी में अनियमितताएं हुईं। हालांकि, ईडी की कार्रवाई सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय द्वारा ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) शासन के दौरान दर्ज मामलों पर आधारित थी।
बयान में कहा गया कि तलाशी के दौरान टीएएसएमएसी के कामकाज में कथित अनियमितताओं को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं मिला। जब यह मामला सामने आया तो ईडी ने ‘‘कल्पना’’ के आधार पर एक प्रेस नोट जारी किया, जिसमें टीएएसएमएसी में 1,000 करोड़ रुपये के घोटाले का दावा किया गया।
बयान में कहा गया, ‘‘…ईडी द्वारा लगातार अधिकारियों को परेशान किया जा रहा है। इसी क्रम में कल (16 मई) ईडी ने टीएएसएमएसी के प्रबंध निदेशक (एस विसकन) और अन्य के घरों में तलाशी ली। इन तलाशियों में भी कोई सबूत नहीं मिला।’’
मंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार ईडी की ऐसी ‘प्रतिशोधात्मक’ कार्रवाई के खिलाफ सभी कानूनी कदम उठाते हुए अधिकारियों का साथ देगी।
भाषा आशीष अविनाश
अविनाश
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