चेन्नई, तीन जून (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) अध्यक्ष एम के स्टालिन ने मंगलवार को अपने पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और उन्हें तमिलनाडु को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली एक महान तमिल हस्ती के रूप में याद किया।
स्टालिन ने यहां गोपालपुरम में दिवंगत नेता की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
करुणानिधि (तीन जून 1924 से सात अगस्त 2018) की जयंती को आज शास्त्रीय भाषा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। एक जून को मदुरै में द्रमुक की महा परिषद में पारित प्रस्ताव में कहा गया था कि द्रमुक के दिवंगत अध्यक्ष और पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे करुणानिधि की जयंती तीन जून को पूरे भारत में शास्त्रीय भाषा दिवस के रूप में मनाई जाएगी।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर स्टालिन ने कहा, ‘‘आज कलैंगनार का जन्मदिन है जो ज्ञान के सूरज की तरह उदय हुए और तमिलनाडु का उत्थान किया। वह तमिलनाडु जो कभी पतन की ओर था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें कलैंगनार (करुणानिधि को इसी नाम से पुकारा जाता है) के साथ जुड़े होने पर गर्व होना चाहिए जिन्होंने 50 वर्षों तक भारत को दिशा दिखाने वाले महान आंदोलन द्रविड़ मुनेत्र कषगम का नेतृत्व करके इतिहास रचा।’’
द्रमुक युवा शाखा के सचिव एवं उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने पार्टी सदस्यों से अपील की कि वे ‘‘महान तमिल विद्वान के जन्मदिन को शास्त्रीय भाषा दिवस के रूप में मनाएं।
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘आइए हम 2026 के चुनावों में जीत दिलाकर पार्टी के शासन को जारी रखने का संकल्प लें।’’
द्रमुक नेता नोलंबुर वी राजन ने कहा, ‘‘तमिलनाडु के पांच बार मुख्यमंत्री रहने के अलावा, कलैंगनार एक सांस्कृतिक प्रतीक, एक निडर सुधारक और सामाजिक न्याय की वकालत करने वाले व्यक्ति थे। अपने दशकों लंबे राजनीतिक सफर में, उन्होंने हाशिए पर पड़े लोगों के अधिकारों की वकालत की और लाखों लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अथक प्रयास किए।’’
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खारी नरेश
नरेश
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