कोहिमा: एनएससीएन (आईएम) ने शनिवार को कहा कि नए केंद्रीय वार्ताकार के साथ बातचीत ‘अपेक्षा के अनुरूप नहीं रही’ और वह अलग ध्वज तथा येहजाबो (संविधान या संविधान में एक अध्याय) की नगा मांग का समाधान नहीं निकाल पाये.
नगा विद्रोही समूह का कड़ा बयान नए वार्ताकार एके मिश्रा की नियुक्ति के एक महीने के भीतर आया है, जो एक पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं तथा इंटेलिजेंस ब्यूरो में पूर्वोत्तर मामलों में विशेषज्ञता रखते हैं. उन्हें नगालैंड के पूर्व राज्यपाल आर एन रवि की जगह वार्ताकार नियुक्त किया गया है.
शांति समझौता करने वाले मुख्य विद्रोही समूह एनएससीएन (आईएम) ने सरकार पर ‘उन मुद्दों पर राजनीतिक पलायन’ में शामिल होने का आरोप लगाया, जो नगा समाधान के रास्ते को रोक रहे हैं.
भारत सरकार अब तक एक अलग संविधान या भारतीय संविधान में नगालैंड पर एक अध्याय और एक अलग ध्वज की नगा गुटों की मांगों को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है.
यह भी पढ़ें: वरिष्ठ कांग्रेस नेता रहमान खान का दावा, भारत में अल्पसंख्यक नहीं हैं मुस्लिम