नई दिल्ली: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने शांति की अपील की है और कहा कि वो इस मामले पर करीब से नजर बनाए हुए है.
तालिबान ने बयान जारी कर कहा कि वो दोनों देशों से बातचीत और शांति के जरिए मामले को सुलझाने की अपील करता है.
तालिबान ने यूक्रेन में अफगानिस्तान के छात्रों और प्रवासियों के जीवन की सुरक्षा की भी मांग की.
Statement concerning crisis in #Ukraine pic.twitter.com/Ck17sMrAWy
— Abdul Qahar Balkhi (@QaharBalkhi) February 25, 2022
गौरतलब है कि तालिबान ने पिछले साल ही अफगानिस्तान की सरकार को हटाकर वहां की सत्ता पर कब्जा किया है.
यह भी पढ़ें: 13 गुना बजट व एयरक्राफ्ट, चार गुना मैनपावर और परमाणु हथियार: यूक्रेन से कितनी आगे है रूस की सेना
रोमानिया और हंगरी के रास्ते नागरिकों को निकालेगा भारत
भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों खासकर छात्रों की निकासी के लिए रोमानिया और हंगरी के रास्ते वैकल्पिक रास्ता खोज लिया है.
हंगरी स्थित भारतीय दूतावास ने एक एडवाएजिरी जारी कर कहा कि भारत सरकार और भारतीय दूतावास रोमानिया और हंगरी के रास्ते लोगों को बाहर निकालने के प्रयास में लगी है. दूतावास ने जानकारी दी कि वर्तमान में Uzhhorod के करीब CHOP-ZAHONY हंगरी सीमा और PORUBNE-SIRET Romanian Border के पास टीम मौजूद हैं.
दूतावास ने कहा कि इन सीमाओं के नजदीक रहने वाले भारतीय नागरिक खासकर छात्र, संगठित होकर वहां तक पहुंचे और इस दौरान सभी विदेश मंत्रालय के संपर्क में रहें.
दूतावास ने बताया कि जैसे ही ये दोनों रूट्स चालू हो जाएंगे, उसके बाद जो भारतीय नागरिक अपने स्तर पर यात्रा कर रहे हैं उन्हें इन चेकप्वाइंट्स पर जाने की सलाह दी गई है और बाकी लोगों को भी हेल्पलाइन नंबर्स से जुड़े रहने को कहा है.
दूतावास ने कहा कि यात्रा के दौरान सभी छात्र अपने कांट्रेक्टर्स के संपर्क में रहें.
Govt of India & Embassy of India working to establish evacuation routes from Romania & Hungary. At present, teams are getting in place at CHOP-ZAHONY Hungarian border near Uzhhorod, PORUBNE-SIRET Romanian Border near Chernivtsi: Indian Embassy in Hungary#RussiaUkraineConflict pic.twitter.com/cLHCUWYbEg
— ANI (@ANI) February 25, 2022
दूतावास ने कहा कि यात्रा के दौरान लोग अपने पासपोर्ट और जरूरी खर्चों के लिए पैसे और कोवि़ड-19 वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट साथ रखें. वहीं यात्रा के दौरान भारतीय नक्शे को प्रिंट करा कर वाहन पर लगाने के लिए भी कहा गया है.
दिप्रिंट ने गुरुवार को खबर दी थी कि भारत अपने नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने के लिए वैकल्पिक रास्तों की तलाश कर रहा है. इसके लिए विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने उच्च-स्तरीय बैठक भी की थी.
सीपीआई के राज्य सभा सांसद बिनॉय विश्वम ने भी विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने के लिए कहा है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा कि हम अपनी स्वतंत्रता और जमीन को बचाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मदद भी मांगी है.
We defend our freedom, our land. We need effective international assistance. Discussed this with @AndrzejDuda. Appealed to the Bucharest Nine for defense aid, sanctions, pressure on the aggressor. Together we have to put ?? at the negotiating table. We need anti-war coalition.
— Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 25, 2022
यह भी पढ़ें: परिजनों और मित्रों को UP में हमें वोट देने के लिए मनाइए, दिल्ली में रह रहे पूर्वांचलियों से BJP की अपील
कई राज्य सरकारों ने जारी की हेल्पलाइन, रूसी दूतावास की सुरक्षा कड़ी
रूस ने गुरुवार सुबह यूक्रेन पर हमला किया था. भारत में रूसी दूतावास के बाहर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
यूक्रेन में भारत के लगभग 20 हजार नागरिक रहते हैं जिसमें बड़ी संख्या में छात्र हैं. पंजाब, उत्तराखंड और तमिलनाडु सरकार ने यूक्रेन में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है.
पंजाब के जालंधर प्रशासन ने यूक्रेन में फंसे जालंधर के लोगों की जानकारी संकलित करने के लिए हेल्पलाइन नंबर (0181-2224417) जारी हैं जहां लोग अपने परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए डीसी कार्यालय में कार्यालय समय के दौरान कमरा नंबर 22 आ सकते हैं.
उत्तराखंड सरकार ने यूक्रेन में रहने वाले राज्य के नागरिकों की सुरक्षा के लिए दो पुलिस अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया है. वहीं उत्तराखंड के देहरादून के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, ‘जो उत्तराखंड का जनरल हेल्प लाइन नंबर है 112 उसपर यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के लोगों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बोला गया है. अब तक 78 लोगों की जानकारी हमें मिल गई है.’
यह भी पढ़ें: ‘यूक्रेन में तेजी से बढ़ा तनाव..’ भारत लौटी एक स्टूडेंट ने कहा- दुकानों के बाहर हैं लंबी कतारें