चंडीगढ़, 28 दिसंबर (भाषा) सतलुज यमुना संपर्क (एसवाईएल) नहर मुद्दे पर चर्चा को लेकर एक अहम बैठक के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बृहस्पतिवार को राज्य के पुराने रुख को दोहराया और कहा कि उनके पास साझा करने के लिए ‘अतिरिक्त जल नहीं’ है।
मुद्दे पर करीब एक घंटे से ज्यादा चली बैठक के बाद मान ने संवाददाताओं को बताया, ”एक मुख्यमंत्री के नाते मैं कह रहा हूं कि हमारे पास (साझा करने के लिए) जल नहीं है। हमने बैठक में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को अवगत करा दिया है। हम हमारे पुराने रुख पर अडिग हैं कि हमारे पास जल नहीं है।”
एसवाईएल नहर मुद्दे पर चर्चा को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने यहां हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी।
यहां एक पांच सितारा होटल में चल रही बैठक बृहस्पतिवार दोपहर बाद शुरू हुई थी।
बैठक में दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं जबकि एसवाईएल मुद्दे पर बीते एक साल के दौरान दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच यह तीसरी बैठक है। वहीं मौजूदा वर्ष के दौरान शेखावत दूसरी बार दोनों मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी वाली इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं।
हरियाणा सरकार द्वारा बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, शेखावत लंबे समय से चले आ रहे एसवाईएल मुद्दे के समाधान के लिए बैठक कर रहे हैं।
पंजाब के कुछ किसान संगठनों ने बैठक से पहले मोहाली में प्रदर्शन किया और कहा कि पंजाब के पास किसी दूसरे राज्य के साथ साझा करने के लिए अतिरिक्त जल नहीं है।
भारतीय किसान यूनियन-राजेवाल (भाकियू-राजेवाल), किसान संघर्ष समिति (पंजाब), और भाकियू (मनसा) विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले संगठनों में शामिल थे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हाल में अपने पंजाब के समकक्ष भगवंत मान को एक पत्र लिखा था और एसवाईएल नहर के निर्माण से संबंधित किसी भी बाधा या मुद्दे को हल करने के लिए एक बैठक आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की थी।
भाषा जितेंद्र माधव
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