scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेशजेल में झाड़ू लगाना, फिल्में देखना, किताबें पढ़ना — तिहाड़ में कैसे बीत रहे हैं केजरीवाल के दिन

जेल में झाड़ू लगाना, फिल्में देखना, किताबें पढ़ना — तिहाड़ में कैसे बीत रहे हैं केजरीवाल के दिन

जेल अधिकारियों ने बताया कि हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री टहलने के लिए अपने सेल से बाहर निकल सकते हैं, लेकिन वे अन्य कैदियों से बात नहीं कर सकते. इसलिए जब भी वे बाहर निकलते हैं तो आंगन का एक हिस्सा साफ हो जाता है.

Text Size:

नई दिल्ली: अपने सेल में झाड़ू लगाने से लेकर न्यूज़ और बॉलीवुड फिल्में देखने और कभी-कभार आंगन में टहलने तक — तिहाड़ की जेल नंबर 2 में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपना समय इसी तरह बिता रहे हैं.

केजरीवाल को 21 मार्च को अब समाप्त हो चुकी दिल्ली की आबकारी नीति घोटाले मामले में उनके आवास पर घंटों पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया . एक अप्रैल को दिल्ली के एक विशेष अदालत ने उन्हें 15 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया और उन्हें एकमात्र कैदी के रूप में वार्ड नंबर 4 में रखा गया.

जेल के एक सूत्र ने बताया, “वे स्तब्ध, (और) थोड़ा भ्रमित लगते हैं. वे अभी जेल में अपने आसपास की चीज़ों से तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहे हैं.” इसने कहा, “वे जल्दी उठते हैं, अपने सेल में झाड़ू लगाते हैं, जिसमें एक बड़ा आंगन है, जहां दीवार पर एक टेलीविजन सेट लगा हुआ है और फिर वे योग करते हैं. वे नाश्ते में ब्रेड के दो स्लाइस खाते हैं और चाय पीते हैं और फिर आसपास घूमते हैं.”

उनके पास टीवी देखने के लिए कुर्सी या स्टूल नहीं है और इसलिए वे चैनल देखते समय खड़े रहते हैं. सूत्र ने कहा, “कभी-कभी वे बिस्तर पर बैठकर आस-पास का नज़ारा देखते हैं और कभी-कभी वे पढ़ने के लिए किताब उठा लेते हैं.”

जेल अधिकारियों ने बताया कि उन्हें एक धार्मिक लॉकेट के साथ कई किताबें — जिनमें रामायण, महाभारत, भगवद गीता और नीरजा चौधरी की How Prime Ministers Decide शामिल हैं, ले जाने की अनुमति दी गई थी. उन्हें घर का खाना खाने की भी इज़ाज़त दी गई है.

वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा दिन में दो बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के वजन, ब्लड प्रेशर और शुगर की निगरानी की जाती है. केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने दावा किया था कि 21 मार्च को गिरफ्तारी के बाद से केजरीवाल का वजन 4.5 किलो कम हो गया है.

जेल के एक अधिकारी ने कहा, “वे पूरी तरह से ठीक हैं. उनका बीपी ठीक है, शुगर कंट्रोल में है और उनका वजन 65 किलोग्राम है, जो स्थिर है. उनका वजन कम नहीं हुआ है.”


यह भी पढ़ें: नैतिक रूप से भी केजरीवाल खुद को निर्दोष नहीं कह सकते, उनकी आबकारी नीति ने शराब के सेवन को बढ़ावा दिया


‘सुरक्षा नियमित आधार पर बढ़ाई गई’

सूत्र ने कहा, केजरीवाल टहलने के लिए अपने सेल से बाहर जा सकते हैं, लेकिन सुरक्षा कारणों से वे अन्य कैदियों से बात नहीं कर सकते. परिणामस्वरूप, जब भी वे बाहर निकलते हैं तो आंगन में अन्य कोठरियों वाला हिस्सा साफ हो जाता है.

इसके अलावा, जब भी वे टहलने जाते हैं तो तिहाड़ की सुरक्षा के चार कर्मी — दो सिविल कपड़ों में और दो वर्दी में — उनके आसपास होते हैं.

“यह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया गया है. जब भी वे बाहर निकलते हैं तो अन्य सभी कैदियों को अपने कक्षों में लौटने के लिए कहा जाता है. पुलिस के कर्मी भी उनके साथ होते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन पर कोई हमला न हो.”

इसके अलावा, तिहाड़ जेल प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि उनके साथ सुरक्षा कर्मियों को नियमित रूप से घुमाया जाए ताकि अन्य कैदियों को उनके बहुत करीब आने से रोका जा सके, यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई दुरुपयोग न हो.

सूत्र ने कहा, “जब से वे आए हैं उन्होंने किसी भी कैदी से बात नहीं की है या कुछ भी मांग नहीं की है. वे अपने तक ही सीमित रहते हैं.”

यह पूछे जाने पर कि क्या केजरीवाल, जिन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है, को जेल के अंदर आधिकारिक फाइलों को देखने की अनुमति दी जाएगी, जेल के एक दूसरे सूत्र ने कहा कि जब तक अदालत से विशिष्ट निर्देश नहीं दिए जाते, जेल के दस्तावेज़ के अलावा किसी भी फाइल को जेल के अंदर जाने की अनुमति नहीं है.

सूत्र ने कहा, “सरकारी फाइलें केजरीवाल के हस्ताक्षर के लिए तब तक उनके पास नहीं भेजी जा सकतीं, जब तक कि इसके लिए अदालत से विशेष अनुमति न ली जाए.”

वे कितने लोगों से मिल सकते हैं या बात कर सकते हैं, इसकी भी एक सीमा है. केजरीवाल उन 10 लोगों की सूची सौंप सकते हैं जिनसे वे मिलना चाहते हैं.

उक्त अधिकारी ने कहा, दो लोगों को सप्ताह में दो बार 30 मिनट के लिए उनसे मिलने की अनुमति है.

इसके लिए केजरीवाल ने पांच नाम सौंपे हैं — बेटा पुलकित, बेटी हरीशिता, पत्नी सुनीता, उनके निजी सचिव और आप नेता दुर्गेश पाठक.

जिस जेल परिसर में केजरीवाल बंद हैं, वहां अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और गैंगस्टर नीरज बवाना जैसे कैदी भी रहते हैं, लेकिन वे हाई-रिस्क सेल नामक इमारत तक ही सीमित हैं और उन्हें अन्य कैदियों से मिलने या बातचीत करने का मौका नहीं मिलता है.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: बीजेपी आम आदमी पार्टी को अलग नहीं, बल्कि एक जैसी होने के कारण खत्म करना चाहती है


 

share & View comments