तिरुचिरापल्ली (तमिलनाडु), 24 अगस्त (भाषा) उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने शनिवार को यहां तीन कानूनी सेवा क्लिनिक का उद्घाटन किया और संबंधित पक्षों से सामूहिक रूप से ऐसे नए संसाधनों का लाभ उठाने की अपील की।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने लोगों से चौबीसों घंटे उपलब्ध इन सुविधाओं का लाभ उठाने का भी आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि ये क्लीनिक हमारे इस संकल्प का प्रमाण हैं कि कानूनी सहायता कभी भी पहुंच से बाहर नहीं होनी चाहिए – चाहे समय, परिस्थिति या व्यक्ति कोई भी हो।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा कि ये क्लीनिक आम जनता के लिए पहला पड़ाव बनेंगे और ‘वन-स्टॉप शॉप’ की तरह काम करेंगे, जहां पीड़ित व्यक्ति अपनी समस्याओं के बारे में सलाह ले सकेगा, अपने अधिकारों और हकों के बारे में जान सकेगा तथा विधिक कार्यवाही के लिए कानूनी सलाहकारों की सेवाएं ले सकेगा।
उन्होंने कहा कि ये क्लीनिक सिर्फ़ कानूनी कार्यालय नहीं हैं, बल्कि ये ऐसे सेतु हैं जो कानून और जनता के बीच, अधिकारों और उपचारों के बीच की खाई को पाटते हैं।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा, ‘‘मैं सभी संबंधित पक्षों – अधिवक्ताओं, कानून प्रवर्तन अधिकारियों, नागरिक संस्थाओं, शिक्षकों और लोक सेवकों से आग्रह करता हूं कि वे विधिक सेवा संस्थानों के साथ हर संभव तरीके से सक्रिय रूप से सहयोग और समर्थन करें। हमें अपने सबसे कमजोर पड़ोसियों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने, समुदायों और संस्थानों के बीच विश्वास का निर्माण करने और इस विचार को सुदृढ़ करने के लिए इन नए संसाधनों का सामूहिक रूप से लाभ उठाना चाहिए कि न्याय कोई अमूर्त आदर्श नहीं, बल्कि एक जीवंत वास्तविकता है, जो प्रत्येक नागरिक के लिए सुलभ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जनता से मेरा कहना है: क्लीनिक आपके हैं। उनका इस्तेमाल करें। जरूरत पड़ने पर मदद लें। सलाह लें, सवाल पूछें, अपनी समस्याएं और चिंताएं सामने रखें।’’
भाषा
राजकुमार दिलीप
दिलीप
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