कोलकाता/ नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के जयगांव क्षेत्र में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के काफिले पर पत्थर फेंके गए और काले झंडे दिखाए गए, जहां वह पार्टी के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने गए थे. वहीं दूसरी तरफ एक और भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है.
लगातार पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की हो रही हत्या और दिलीप घोष के काफिले पर हुए पथराव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है.’
मीडिया से बात करते हुए गौरव भाटिया ने कहा, हमारे एक कार्यकर्ता गोकुल जना को मार दिया गया है. पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष पर जानलेवा हमला हुआ. बिहार के परिणाम की गूंज ममता बनर्जी की बौखलाहट की वजह बन रही है.’
उन्होंने कहा, ‘जो समाचार आया है उसके अनुसार 62 वर्षीय भाजपा कार्यकर्ता की गलती केवल इतनी थी कि इन्होंने TMC की एक पंचायत सदस्य के पति जो कोविड से ग्रसित हैं, उन्हें ये कह दिया कि आपके पति को क्वारंटाइन में रहना चाहिए, जिससे और लोग संक्रमित न हो जाए. केवल इतना कहने पर उन्हें मार दिया गया.’
वहीं दूसरी तरफ दिलीप घोष के वाहन को क्षति पहुंचाई गई है. उनकी गाड़ी के शीशे को पूरी तरह से तोड़ दिया गया और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के कई कार्यकर्ताओं को घोष के खिलाफ नारे लगाते हुए देखा गया, जो उन्हें वहां से चले जाने को कह रहे थे.
पुलिस अधिकारियों के एक दल ने प्रदर्शनकारियों और भाजपा समर्थकों को तितर-बितर करने के बाद स्थिति को नियंत्रित किया.
घोष ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस और उनके सहयोगी हताश हो रहे हैं, क्योंकि वे आगामी विधानसभा चुनावों में हार महसूस कर सकते हैं. हालांकि, इस तरह की रणनीति काम नहीं करेगी. लोग हमारे साथ हैं.’
उन्होंने यह भी दावा किया कि इस तरह की घटना से पता चलता है कि बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे हथकंडे नहीं चलेंगे क्योंकि लोग हमारे साथ हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘चाय पे चर्चा सत्र के बाद हम एक और कार्यक्रम के लिए जा रहे थे, तभी हमारे काफिले पर पथराव किया गया. काले झंडे दिखाए गए.’
उन्होंने कहा, ‘सत्तारूढ़ दल और उसके सहयोगियों के ऐसे हमले साबित करते हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो गई है. लोकतंत्र में ऐसी चीजें नहीं होती हैं.’
जिला तृणमूल कांग्रेस प्रमुख सौरव चक्रवर्ती ने हालांकि कहा कि घोष उत्तर बंगाल में गड़बड़ी फैलाने की कोशिश कर रहे थे और उनकी पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता इस घटना में शामिल नहीं था.
बिमल गुरुंग के नेतृत्व वाले जीजेएम ने हाल ही में तृणमूल कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया है जबकि गोरखा संगठन का बिनय तमांग गुट हमेशा से सत्ताधारी पार्टी का सहयोगी रहा है.
यह भी पढ़ें: यह बदलाव का जनादेश है, NDA ने धन, बल और छल से बिहार चुनाव में जीत हासिल की: तेजस्वी यादव
एक और भाजपा कार्यकर्ता की हत्या
पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में भाजपा के एक कार्यकर्ता का शव मिलने से इलाके में तनाव फैल गया. भाजपा ने आरोप लगाया है कि तृणमूल कांग्रेस के ‘गुंडों’ ने उसकी हत्या की है.
राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने आरोपों को ‘झूठे और निराधार’ बताते हुए खारिज कर दिया.
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि गोकुल जना का शव बुधवार रात जिले के इटाबेदिया इलाके से मिला और मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
भाजपा की राज्य इकाई ने ट्वीट किया, ‘कांति भगवानपुर से भाजपा के बूथ कार्यकर्ता गोकुल जना की टीएमसी के गुंडों ने हत्या कर दी. किसलिये? उन्होंने टीएमसी की एक पंचायत सदस्य के कोरोना वायरस से संक्रमित पति से पृथक वास में रहने का अनुरोध किया था! ‘
पार्टी ने ट्वीट किया, ‘बंगाल में ममता बनर्जी की टीएमसी के राज में क्या इस तरह लोकतंत्र जीवित रह सकता है?’
भाजपा नेता सायंतन बसु ने दावा किया कि जना की मौत राजनीतिक रंजिश के चलते हुई. उन्होंने स्थानीय पुलिस पर मामले पर पर्दा डालकर हत्यारों को बचाने का आरोप लगाया.
टीएमसी ने भाजपा के आरोपों को ‘झूठ का पुलिंदा’ करार देते हुए कहा कि उसके किसी भी कार्यकर्ता का जना की मौत से कोई संबंध नहीं है.
जिले के एक नेता ने कहा, ‘हम उसकी मौत के मामले की अच्छी तरह जांच की मांग करते हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा विधानसभा चुनावों के मद्देनजर लाशों पर राजनीति कर रही है. ‘
यह भी पढ़ें: भारत, आसियान की सामरिक साझेदारी साझा ऐतिहासिक, भौगोलिक, सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित : मोदी