मुंबई, दो मई (भाषा) अभिनेत्री करीना कपूर खान ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय सिनेमा को हर कोई देख रहा है, यहां तक कि हॉलीवुड के दिग्गज स्टीवन स्पिलबर्ग भी। उन्होंने उस पल याद किया, जब ऑस्कर विजेता फिल्मकारस्पीलबर्ग ने खान की 2009 की फिल्म ‘‘3 इडियट्स’’ की तारीफ की थी।
महाराष्ट्र के मुंबई में विश्व दृश्य-श्रव्य मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स 2025) के उद्घाटन अवसर पर अभिनेत्री ने बताया कि कैसे राजकुमार हिरानी निर्देशित और आमिर खान अभिनीत फिल्म ‘‘3 इडियट्स’’ की रिलीज के तुरंत बाद एक विदेशी रेस्तरां में उनकी मुलाकात स्पीलबर्ग से हुई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘स्टीवन स्पीलबर्ग भी आज हमारी हिंदी फिल्में देख रहे हैं… मैं कहीं यात्रा कर रही थी और वहां एक रेस्तरां में स्टीव स्पीलबर्ग भी मौजूद थे। यह कई साल पहले की बात है और उस समय फिल्म ‘‘3 इडियट्स’’ रिलीज हुई थी। वह (स्पीलबर्ग) मेरे पास आए और पूछा कि ‘‘क्या तुम वही लड़की हो, जो उस मशहूर भारतीय फिल्म में है, जिसमें तीन छात्र एक साथ पढ़ते हैं?’’ मैंने कहा हां, मैं वही लड़की हूं।’’
करीना ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझसे कहा था कि उन्हें यह फिल्म बहुत पसंद आई। वह मुझे देखें, इसके लिये मुझे किसी अंग्रेजी फिल्म में अभिनय करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने फिल्म ‘3 इडियट्स’ देखी, इसलिए भारतीय सिनेमा में यह हमारा पल है।’’
अभिनेत्री ने अपने दादा राज कपूर की भारत से बाहर भी लोकप्रियता का उदाहरण देते हुए कहा कि भारतीय फिल्मों का विदेश में ‘‘अविश्वसनीय’’ प्रभाव है।
उन्होंने बताया, ‘‘साल 2023 में, मैं लंदन में एक टैक्सी से जा रही थी और वाहन चालक स्थानीय था। उन्होंने मेरे दादाजी का गाना मेरे लिये गाना शुरू कर दिया, क्योंकि उन्होंने राज कपूर की सभी फिल्में देखी थीं।’’
करीना ने कहा, ‘‘उन्होंने हिंदी में ‘मेरा जूता है जापानी’ गाना गाया। मेरे लिए यह वाकई गर्व का पल था… मैंने इसका असर महसूस किया। उन्होंने मुझे एहसास कराया कि एक राष्ट्र के तौर पर हमें और हमारी फिल्मों को किस तरह का प्यार मिलता है।’’
अभिनेत्री ने ‘‘सिनेमा: द सॉफ्ट पावर’’ सेशन में ये बातें कहीं। इस दौरान उनके साथ तेलुगू फिल्मों के अभिनेता विजय देवराकोंडा भी मौजूद थे। ‘‘सिनेमा: द सॉफ्ट पावर’’ सेशन की मेजबानी फिल्म निर्माता एवं निर्देशक करण जौहर ने की।
करीना ने कहा कि वह हिंदी सिनेमा में अपने काम से खुश हैं और हॉलीवुड फिल्म में काम करने का उनका कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘फिल्में मेरे लिए जुनून हैं, फिल्में मेरे खून में हैं, मैं इसी (फ़िल्मी) परिवार में पैदा हुई हूं। इसलिए कभी भी ना न कहें, लेकिन किसी चीज़ के पीछे भागना मेरे व्यक्तित्व का हिस्सा नहीं है। इसलिए, अगर ऐसा होगा भी तो शायद एक हिंदी-अंग्रेजी फ़िल्म बनाई जाएगी।’’
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प्रीति दिलीप
दिलीप
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