अमरावती, नौ मार्च (भाषा) आंध्र प्रदेश स्थित एसआरएम विश्वविद्यालय, इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के साथ मिलकर योगात्मक विनिर्माण केंद्र (3डी) की स्थापना यहां विश्वविद्यालय में परिसर में करेगा।
विश्वविद्यालय के उप कुलपति प्रोफेसर डी नारायण राव ने बुधवार को बताया कि भारतीय अंतरिक्ष अनुंसधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ साझेदारी करने पर सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गए हैं।
उल्लेखनीय है कि नारायण राव की अध्यक्षता में एसआरएम वैज्ञानिकों की टीम ने मंगलवार को बेंगलुरु में सोमनाथ से मुलाकात की थी और विश्वविद्यालय के कई अनुसंधान प्रस्तावों पर चर्चा की थी।
उप कुलपति ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा, ‘‘स्वयं ठीक होने वाली क्षमता की वस्तु, ऑक्सीजन क्षरण रोधी वस्तुओं और उच्च ऊर्जा घनत्व वाली वस्तुओं की जरूरत अंतरिक्ष की विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए है। हमने इसरो के अध्यक्ष से जरूरी वैज्ञानिक और तकनीकी साझेदारी ऐसी वस्तुओं के विकास में करने का अनुरोध किया।’’
उन्होंने बताया कि एसआरएम की टीम ने योगात्मक विनिर्माण की संभावना पर चर्चा की और योगात्मक विनिर्माण इकाई की, परिसर में स्थापना के लिए संस्थान वीएसएससी से साझेदारी चाहता है।
भाषा धीरज मनीषा
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