(तस्वीरों के साथ)
पुट्टपर्थी (आंध्र प्रदेश), 23 नवंबर (भाषा)श्री सत्य साई बाबा के जन्म शताब्दी समारोह का समापन रविवार को यहां एसएसएस हिल व्यू स्टेडियम में भक्ति और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ।
शाम के कार्यक्रम वैदिक मंत्रों के जाप और पवित्र ‘झूला महोत्सव’ के साथ शुरू हुए, जिससे आध्यात्मिक माहौल बन गया। समापन समारोह के लिए हजारों भक्त एकत्र हुए।
प्राग फिलहारमोनिक ऑर्केस्ट्रा की ‘द इटरनल सिम्फनी ऑफ सेल्फलेस लव’ नाम की एक खास ऑर्केस्ट्रा प्रस्तुति ने जश्न को और भव्य बना दिया। इससे स्टेडियम शांत भक्ति के माहौल में सराबोर हो गया।
इस संगीत प्रस्तुति में 60 देशों के 450 संगीतकारों ने मिलकर एक साथ प्रस्तुति दी, जो संगीत के ज़रिए दुनिया भर में एकता और आपसी भक्ति को इंगित करता है।
इस प्रदर्शन में 70 सदस्यीय अंतरराष्ट्रीय गायक मंडली और साई सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा के 200 युवा कलाकार भी शामिल थे, जो सभी प्रसिद्ध दिमित्रिस लेम्ब्रियनोस के निर्देशन में प्रस्तुति दे रहे थे, तथा एकता और प्रेम का एक प्रेरणादायक उत्सव मना रहे थे।
इस सप्ताह 19 नवंबर को शुरू हुए पांच दिवसीय समारोह में सभी समुदायों के हजारों भक्तों ने भाग लिया, जो श्री सत्य साईं बाबा की विरासत से जुड़े आध्यात्मिक सद्भाव और समावेशी संदेश को दर्शाता है।
ड्रोन शो, लेजर डिस्प्ले और आतिशबाजी ने आकाश को जगमग कर दिया। इसने भजन और मंगला आरती के साथ कार्यक्रम के समापन से पहले एक जीवंत दृश्य प्रस्तुत किया।
पांच दिवसीय समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति सी पी राधाकृष्णन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।
समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सत्य साई बाबा हमेशा इस विश्वास पर ज़ोर देते थे कि ‘मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है’।
प्रधानमंत्री मोदी ने पुट्टपर्थी में बाबा के पवित्र मंदिर और महासमाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। समारोह के दौरान, उन्होंने बाबा के जीवन, शिक्षाओं और विरासत को समर्पित 100 रुपये का एक विशेष सिक्का और डाक टिकटों का एक सेट भी जारी किया।
भाषा धीरज दिलीप
दिलीप
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