(अरुणव सिन्हा)
लखनऊ, 29 जनवरी (भाषा) समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ अपने गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने के इरादे से पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी के नारे ‘खेला होबे’ की तर्ज पर ‘खदेड़ा होबे’ का नारा दिया जो अब ‘खदेड़ा होइबे’ के रूप में चुनावी जिंगल (गीत) बन गया है।
पूर्वांचल क्षेत्र में प्रचलित स्थानीय (भोजपुरी) बोली पर आधारित गीत ‘ खदेड़ा होइबे’ सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। सपा गठबंधन के राजनीतिक कार्यक्रमों में भी यह गीत गाया जा रहा है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘खदेड़ा होइबे का नारा समाज के विभिन्न वर्गों और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को एकजुट कर रहा है। बंगाल (विधानसभा चुनाव) का नारा उत्तर प्रदेश में काफी गूंज रहा है और संयोग से ममता बनर्जी उत्तर प्रदेश के चुनाव में समाजवादी पार्टी के लिए समर्थन कर रही हैं।’’
‘खेला होबे’ के गीतकार और ‘खेला चालू है’ के गायक देबांग्शु भट्टाचार्य ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘ दोनों जगहों पर राजनीतिक स्थिति और लड़ाई अलग-अलग तरह की है। एक जगह (बंगाल में), सत्ताधारी दल को वापस लाने की मुहिम थी, जबकि दूसरी जगह (उत्तर प्रदेश) के लिए गीत सत्तारूढ़ दल को हटाने के बारे में है।’
‘खेला होबे’ थीम गीत पर अधिक प्रकाश डालते हुए भट्टाचार्य ने कहा, ‘भाजपा के ‘जय श्रीराम’ के नारे का जवाब देने के लिए कुछ प्रभावी लाना था और अगर जय श्रीराम नारे के खिलाफ कुछ बोलते तो भाजपा को यह कहने का मौका मिल जाता कि इन लोगों को राम नाम से समस्या है तो उन्हें ध्रुवीकरण करने में आसानी होती।”
तृणमूल कांग्रेस की युवा इकाई के महासचिव भट्टाचार्य ने कहा कि जब भाजपा कार्यकर्ता जय श्रीराम बोलते थे तो तृणमूल कार्यकर्ता ‘खेला होबे’ से जवाब देते थे और जनता ने इसमें अधिक रुचि दिखाई। उन्होंने भरोसा जताया कि ‘खदेड़ा होइबे’ का चुनावी जिंगल भी भाजपा की धार्मिक ध्रुवीकरण की रणनीति का कड़ा जवाब होगा।
उप्र विधानसभा चुनाव में सपा गठबंधन में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता अरुण राजभर ने कहा, ’27 अक्टूबर को मऊ में सपा और सुभासपा ने एक संयुक्त रैली में साथ मिलकर चुनाव लड़ने के लिए हाथ मिलाया और बंगाल में ‘खेला होबे’ की तर्ज पर ‘खदेड़ा होबे’ का नारा दिया। बंगाल में, एक ‘खेला’ (खेल) हुआ था, लेकिन यूपी में एक ‘खदेड़ा’ (वापस भेजना) होगा।’
उत्तर प्रदेश से तृणमूल कांग्रेस के नेता व पूर्व विधायक ललितेश पति त्रिपाठी ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ एकजुट होने के लिए एक नारा चाहिए था और अगर गीत के माध्यम से यह एकजुटता मजबूत होती तो यह अच्छा है।
उन्होंने कहा कि बंगाल में अगर इस तरह लड़कर भाजपा को हराना संभव हुआ तो, यहां भी भाजपा को हराना संभव है। त्रिपाठी ने कहा कि संबंधित गीत मतदाता तक पहुंच बनाने का प्रभावी माध्यम है और अब उप्र से भाजपा का ‘खदेड़ा’ होगा।
सपा का चुनावी जिंगल तीन मिनट 29 सेकंड का है जिसमें महंगाई, बेरोजगारी तथा अन्य मुद्दों का जिक्र किया गया है।
भाषा अरुणव आनन्द नेत्रपाल
नेत्रपाल
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