नयी दिल्ली, 29 सितंबर (भाषा) अंतरिक्ष क्षेत्र की ‘स्टार्ट-अप’ कंपनी अग्निकुल कॉस्मोस ने सोमवार को घोषणा की कि उसकी योजना ऐसे रॉकेट बनाने की है, जिनका दोबारा प्रयोग किया जा सकेगा। इससे कंपनी विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उपग्रहों के प्रक्षेपण की पेशकश कर सकेगी।
चेन्नई स्थित कंपनी ने सिडनी में इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉटिकल कांग्रेस में यह घोषणा की।
कंपनी ने पिछले साल अपने ‘3डी-प्रिंटेड’ रॉकेट अग्निबाण का पहली बार प्रायोगिक परीक्षण किया। अब उसकी योजना पृथ्वी की कक्षा में परीक्षण करने की है।
अग्निकुल कॉस्मोस के सह-संस्थापक और मख्य कार्यकारी (सीईओ) श्रीनाथ रविचंद्रन ने कहा कि यानों को इसे ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘हम महत्वपूर्ण मदद के लिए इन-स्पेस और इसरो के आभारी हैं। हमें पुन:उपयोग आदि के संबंध में अनुमति देने की उनकी इच्छा ने हमें सशक्त बनाया है…।’
कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य, पूरी तरह से पुन: उपयोग करने योग्य प्रक्षेपण यान तैयार करने की ओर बढ़ रही है।
अग्निकुल कॉस्मोस के सह-संस्थापक और सीओओ मोइन एसपीएम ने कहा कि कंपनी की नयी रणनीति के कारण लागत में कमी आएगी जिससे वह सभी छोटे उपग्रह मिशनों के लिए विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी कीमतों पर प्रक्षेपण सुविधाएं प्रदान कर सकेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘जब तक हम नयी तकनीकों को स्वीकार नहीं करते हैं, छोटे रॉकेट वाणिज्यिक व्यवहार्यता नहीं प्राप्त कर सकते, जिनकी हमारे ग्राहकों को जरूरत है।’’
भाषा अविनाश पवनेश
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