कोझिकोड (केरल), तीन मई (भाषा) केरल के कोझिकोड मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एक कमरे से घना धुआं निकलने की घटना के बाद पांच मरीजों की मौत हो गई। विपक्षी दल कांग्रेस ने शनिवार को स्वास्थ्य विभाग से मारे गए इन सभी मरीजों के शवों का पोस्टमॉर्टम कराए जाने की मांग की है।
अस्पताल प्रशासन ने हालांकि स्पष्ट किया है कि किसी भी मरीज की मौत धुएं के कारण नहीं हुई लेकिन कांग्रेस नेतृत्व का कहना है कि मृतकों के परिजनों की शंकाओं को दूर करना आवश्यक है।
यह घटना शुक्रवार शाम सात बजे के बाद हुई, जब आपातकालीन विभाग की इमारत में स्थित यूपीएस कक्ष से घना धुआं निकलते देखा गया।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने चिकित्सा शिक्षा निदेशक को घटना की जांच करने का निर्देश दिया है।
इस बीच, यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कांग्रेस कमेटी की जिला इकाई के अध्यक्ष के. प्रवीण कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग आमतौर पर मृत अवस्था में लाए गए लोगों का भी पोस्टमॉर्टम कराता है, तो इस मामले में भी कोई ढील नहीं दी जानी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए जरूरी सुरक्षा उपाय किए जाएं।
कांग्रेस नेता ने यह आरोप भी लगाया कि घटना के बाद जिन मरीजों को निजी अस्पतालों में स्थानांतरित किया गया, उनसे अस्पतालों ने अत्यधिक शुल्क वसूला।
वायनाड से कांग्रेस विधायक टी. सिद्दीकी ने शुक्रवार रात दावा किया था कि कुछ मरीजों की मौत धुएं में दम घुटने से हुई है।
हालांकि अस्पताल सूत्रों का कहना है कि एक मरीज को मृत अवस्था में लाया गया था और अन्य मरीज गंभीर अवस्था में थे, लेकिन उनकी हालत बिगड़ने या मौत का कारण धुआं नहीं था।
घटना के वक्त अस्पताल में भर्ती एक मरीज अब्दुल्ला ने बताया कि वह अपने हाथों में ग्लूकोज की बोतल पकड़े हुए आपातकालीन वार्ड से बाहर निकलने में कामयाब रहे।
उन्होंने शनिवार को पत्रकारों से कहा, ‘धुआं निकलने से पहले तीन बार बिजली गुल हुई थी। बाहर शोर सुनकर पहले तो मुझे लगा कि कोई मामूली बात होगी। बाद में देखा कि पूरे भवन में धुआं फैल रहा है। इसके बाद मैं भी बाकी लोगों के साथ भाग गया।’
इमारत में मौजूद सभी मरीजों को तुरंत बाहर निकाला गया।
यूपीएस कक्ष में शॉर्ट सर्किट को धुएं का संभावित कारण माना जा रहा है।
घटना के तुरंत बाद स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि नजदीकी अस्पताल में आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
भाषा योगेश नेत्रपाल शोभना
शोभना
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