कोलकाता, 15 अप्रैल (भाषा) पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हुए हिंसक प्रदर्शन के एक दिन बाद स्थिति शांत लेकिन तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने हिंसा में कथित संलिप्तता के लिए कम से कम नौ लोगों को गिरफ्तार किया।
कोलकाता पुलिस के अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात को की गई छापेमारी के दौरान नौ लोगों को उनके ठिकानों से गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अब तक भांगर के अलग-अलग इलाकों से नौ लोगों को गिरफ़्तार किया है। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएल) की विभिन्न धाराओं के तहत तोड़फोड़, दंगा और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है।’’
भांगर पुलिस थाने के पास के इलाके में स्थिति शांत लेकिन तनावपूर्ण बनी हुई है, जहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘भांगर के संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है। कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे।’’
दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर इलाके में वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ सोमवार को किए गए प्रदर्शन के दौरान हिंसा की घटनाएं हुईं, जहां इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के समर्थकों की भांगर में पुलिस के साथ झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। हिंसा के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया और कई पुलिस वाहनों को आग लगा दी गई।
झड़पें उस वक्त शुरू हुईं जब पुलिस ने आईएसएफ समर्थकों को मध्य कोलकाता के रामलीला मैदान की ओर जाने से रोक दिया, जहां वे वक्फ कानून के खिलाफ रैली में शामिल होने जा रहे थे। इस रैली को आईएसएफ नेता और भांगर के विधायक नौशाद सिद्दीकी संबोधित कर रहे थे।
भाषा
प्रीति माधव
माधव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.