नयी दिल्ली, 23 अप्रैल (भाषा) दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में रहने के लिए अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों की मदद से संबंधित एक बड़ी साजिश की जांच के सिलसिले में छह प्राथमिकी दर्ज की हैं और विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा की ओर से छह मार्च को जारी आंतरिक निर्देश के बाद यह कदम उठाया गया है। अरोड़ा ने विशेष प्रकोष्ठ, अपराध शाखा और कानून एवं व्यवस्था इकाइयों के बीच समन्वित अभियान की रूपरेखा तैयार करने का निर्देश दिया था।
निर्देश के अनुसार, एसआईटी को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद अवैध आव्रजन नेटवर्क के पीछे कथित “मूल साजिश” की जांच करने का काम सौंपा गया था।
आदेश में कहा गया है, ‘उन सभी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अभियान चलाया जाना है, जो अवैध प्रवासियों को भारत में प्रवेश कराने, भारत में बसने की व्यवस्था करने, फर्जी पहचान दस्तावेज और पते का प्रमाण पत्र बनवाने, दिल्ली की ओर आवागमन की सुविधा प्रदान करने, दिल्ली में नौकरी दिलाने या उनकी व्यवस्था करने तथा दिल्ली में आवास उपलब्ध कराने या किराए पर देने में मदद कर रहे हैं।’’
पुलिस आयुक्त के निर्देश के तहत सभी जिला पुलिस उपायुक्त, अपराध शाखा, विशेष शाखा और विशेष प्रकोष्ठ को 2024 और 2025 में निर्वासित लगभग 151 अवैध आप्रवासियों का डेटा निकालने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा यह भी उल्लेख किया गया था कि यह काम 25 मार्च तक पूरा हो जाना चाहिए।
आदेश में विभिन्न इकाइयों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के लिए विस्तृत चरण-दर-चरण निर्देश दिए गए हैं।
आदेश के अनुसार, “मूल साजिश” की प्राथमिकी का इस्तेमाल करके पांच अप्रैल तक विशेष प्रकोष्ठ और अपराध शाखा की ओर से दो-दो तथा कानून एवं व्यवस्था क्षेत्रों में एक-एक प्राथमिकी दर्ज की जानी थी, जिसके बाद अनुभवी अधिकारियों की विशेष जांच टीम गठित कर जांच शुरू की जाएगी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘इन एसआईटी में विशेष इकाइयों से लिए गए अनुभवी अधिकारी शामिल हैं और इनका ध्यान शहर में ऐसी अवैध गतिविधियों को संभव बनाने वाले नेटवर्क का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने पर है।’’
भाषा जोहेब नेत्रपाल
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