बेंगलुरु, 12 जून (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने आंध्र प्रदेश के अपने समकक्ष चंद्रबाबू नायडू से चित्तूर जिले में कर्नाटक से ‘तोतापरी’ आमों के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटाने का आग्रह किया है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने 11 जून को लिखे पत्र में कहा कि बिना किसी पूर्व परामर्श या समन्वय के ऐसा एकतरफा निर्णय सहकारी संघवाद की भावना के खिलाफ है।
उन्होंने यह भी चिंता व्यक्त की कि इससे राज्यों के बीच अनावश्यक तनाव, प्रतिशोधात्मक कदम और कृषि उत्पादों की आपूर्ति श्रृंखला में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
कर्नाटक की मुख्य सचिव शालिनी रजनीश ने 10 जून को आंध्र प्रदेश के अपने समकक्ष के. विजयानंद को पत्र लिखकर प्रतिबंध हटाने का अनुरोध किया था।
इस प्रतिबंध के खिलाफ कोलार जिले के श्रीनिवासपुरा क्षेत्र के किसानों ने बुधवार को प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनकारी आम के लिए समर्थन मूल्य और प्रतिबंध हटाने की मांग कर रहे थे।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने पत्र में लिखा, “मुझे जानकारी मिली है कि चित्तूर जिले के जिलाधिकारी ने सात जून को आदेश जारी कर अन्य राज्यों से तोतापरी आमों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस आदेश को लागू करने के लिए राजस्व, पुलिस, वन और विपणन विभागों की संयुक्त टीमें तमिलनाडु और कर्नाटक की सीमा पर तैनात की गई हैं।”
उन्होंने कहा कि यह प्रतिबंध कर्नाटक के विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों के किसानों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है।
भाषा योगेश मनीषा
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