scorecardresearch
Saturday, 16 November, 2024
होमदेशशिवराज सिंह चौहान ने भाजपा से निष्कासित राज्य के पूर्व मंत्री राघवजी से मुलाकात की

शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा से निष्कासित राज्य के पूर्व मंत्री राघवजी से मुलाकात की

मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने इस साल जून में राघवजी को राहत देते हुए उनके खिलाफ 2013 में दर्ज उस एफआईआर को निरस्त कर दिया था, जिसमें उन पर उनके पूर्व पुरुष घरेलू सहायक के साथ अप्राकृतिक कृत्य में लिप्त होने का आरोप लगाया गया था.

Text Size:

विदिशा (मप्र): मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को राज्य के पूर्व वित्त मंत्री राघवजी से उनके आवास पर मुलाकात की. राघवजी को 2013 में उनके खिलाफ अप्राकृतिक कृत्य में लिप्त होने के आरोप में मामला दर्ज होने के तुरंत बाद भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था.

मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने इस साल जून में राघवजी को राहत देते हुए उनके खिलाफ 2013 में दर्ज उस प्राथमिकी को निरस्त कर दिया था, जिसमें उन पर उनके पूर्व पुरुष घरेलू सहायक के साथ अप्राकृतिक कृत्य में लिप्त होने का आरोप लगाया गया था.

अदालत ने यह कहते हुए शिकायत खारिज कर दी थी कि यह ‘‘दुर्भावनापूर्ण’’ इरादे से दर्ज करायी गई थी.

रविवार को विदिशा के दौरे पर आये चौहान ने राघवजी से मुलाकात की। पूर्व वित्त मंत्री के परिवार के सदस्यों ने चौहान का स्वागत किया. बाद में संवाददाताओं से बातचीत में राघवजी ने कहा कि बैठक के दौरान कोई राजनीतिक बातचीत नहीं हुई.

उन्होंने कहा, ‘‘चौहान पिछले सप्ताह एक कार्यक्रम के दौरान मुझसे मिले थे और मेरे घर आने का वादा किया था। मैं अब 90 साल का हो गया हूं और चुनाव नहीं लड़ना चाहता.’

राघवजी ने कहा कि उनकी बेटी भाजपा कार्यकर्ता हैं और वह पड़ोसी शमशाबाद निर्वाचन क्षेत्र से आगामी चुनाव लड़ना चाहती है, यदि पार्टी उसे अपना उम्मीदवार बनाने का फैसला करे.

राज्य की 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए इस साल के अंत तक चुनाव होने हैं.

राघवजी के घरेलू सहायक ने सात जुलाई 2013 को भोपाल के हबीबगंज पुलिस थाने में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता ने एक सीडी का हवाला दिया था जिसमें राघवजी को कथित तौर पर ‘‘आपत्तिजनक’’ स्थिति में दिखाया गया था.

प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उस समय वित्त विभाग संभालने वाले राघवजी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया था.


यह भी पढ़ें: क्या वाघेला ने ‘भूमि घोटाले’ के आरोप में इस्तीफा दिया? गुजरात महासचिव के इस्तीफे पर BJP चुप क्यों है


 

share & View comments