कोप्पल (कर्नाटक), दो नवंबर (भाषा) कर्नाटक के मंत्री बी जेड जमीर अहमद खान ने ‘‘नवंबर क्रांति’’ की अटकलों को खारिज करते हुए रविवार को कहा कि उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं और वह चाहते हैं कि शिवकुमार 2028 में सिद्धरमैया के पांच साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद पदभार संभालें।
नवंबर में कर्नाटक में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल के ढाई साल पूरे हो रहे हैं। पांच साल के कार्यकाल के आधे पड़ाव पर पहुंचने पर नेतृत्व में संभावित बदलाव की अटकलें लग रही हैं और कुछ लोग इस चरण को ‘‘नवंबर क्रांति’’ कह रहे हैं।
आवास मंत्री खान ने यहां एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने कहा है कि कोई क्रांति नहीं है। सिद्धरमैया 2028 तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे।’’
शिवकुमार के समर्थकों द्वारा यह नारा लगाये जाने के बारे में पूछे जाने पर कि उनके नेता अगले मुख्यमंत्री होंगे, उन्होंने कहा, ‘‘उनके समर्थकों की ऐसी इच्छा होना स्वाभाविक है। शिवकुमार की भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा है। वर्ष 2028 तक सिद्धरमैया मुख्यमंत्री बने रहेंगे और सिद्धरमैया के बाद (शिवकुमार बनेंगे)।’’
खान ने कहा, ‘‘उन्होंने (शिवकुमार) भी पार्टी के लिए काम किया है। उनके और सिद्धरमैया की वजह से ही आज हमारे (कांग्रेस के) पास (विधानसभा में) 140 सीट हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह (शिवकुमार) भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा रखते हैं। हम भी चाहते हैं कि सिद्धरमैया के बाद शिवकुमार मुख्यमंत्री बनें। वर्ष 2028 तक सिद्धरमैया मुख्यमंत्री हैं, इसके बाद शिवकुमार।’’
सत्तारूढ़ कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें पिछले कुछ समय से जारी हैं और ऐसी खबरें हैं कि सिद्धरमैया और शिवकुमार के बीच कथित तौर पर सत्ता-साझा करने को लेकर समझौता हुआ है।
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने हाल में कहा था कि यदि कांग्रेस आलाकमान फैसला करता है तो वह पूरे पांच साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री के पद पर बने रहेंगे।
मंत्री खान ने कहा कि इस महीने के अंत में मुख्यमंत्री बदलने की अटकलें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा फैलाई जा रही हैं और ऐसा कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि यह उनकी पार्टी के भीतर गुटबाजी को छिपाने के लिए फैलाई जा रही है।
खान ने कहा कि सभी लोग कांग्रेस आलाकमान के फैसले का पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि सिद्धरमैया 2028 तक मुख्यमंत्री बने रहें। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री की कुर्सी खाली नहीं है..।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना है, उन्होंने कहा कि ऐसा हो सकता है और इसका निर्णय आलाकमान द्वारा किया जायेगा।
मई 2023 में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद शीर्ष पद के लिए दोनों नेताओं के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी और कांग्रेस आलाकमान ने अंततः शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री का पद संभालने के लिए मना लिया था।
उस समय आई खबरों से संकेत मिलता था कि ‘‘निश्चित अवधि के लिए बारी-बारी से मुख्यमंत्री’’ की व्यवस्था पर सहमति बन गई है जिसके तहत शिवकुमार ढाई साल बाद पदभार संभालेंगे। हालांकि पार्टी ने कभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की।
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देवेंद्र नरेश
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