नयी दिल्ली, छह अप्रैल (भाषा) जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बुधवार को यहां ओखला स्थित एशिया के सबसे बड़े, 564 एमएलडी क्षमता वाले जलमल शोधन संयंत्र (एसटीपी) के निर्माण की प्रगति का निरीक्षण किया। जल शक्ति मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
मंत्रालय के बयान के अनुसार, यमुना कार्य योजना-3 के अंतर्गत इस शोधन संयंत्र का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा धन उपलब्ध कराया जा रहा है।
शेखावत ने दिल्ली में सभी एसटीपी परियोजनाओं को दिसंबर, 2022 तक पूरा करने के काम में तेजी लाने का निर्देश दिया।
मंत्रालय के अनुसार, यमुना संरक्षण के लिए ‘नमामि गंगे कार्यक्रम’ के अंतर्गत 1,268 एमएलडी जलमल की सफाई के लिए 2,009 करोड़ रुपये की 11 परियोजनाएं शुरू की गई हैं।
शेखावत ने कहा कि दिसंबर, 2022 के बाद दिल्ली में यमुना नदी में निश्चित रूप से जल की गुणवत्ता में सुधार महसूस किया जाएगा।
भाषा दीपक दीपक वैभव
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