नयी दिल्ली, पांच फरवरी (भाषा) कांग्रेस नेता शशि थरूर ने लोकसभा में एक निजी विधेयक पेश किया जिसमें कानूनी ढांचे के तहत शरणार्थियों और शरण मांगने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये एक प्रभावी प्रणाली स्थापित करने का प्रस्ताव किया गया है।
शशि थरूर ने शुक्रवार को निचले सदन में गैर सरकारी कामकाज के तहत निजी विधेयक के रूप में शरणस्थल विधेयक 2021 पेश किया था ।
विधेयक में प्रस्ताव किया गया है कि शरणस्थल के संबंध में दावों के निर्धारण हेतु एक उचित विधायी ढांचे के माध्यम से शरणार्थियों एवं शरण तलाशने वालों को संरक्षण देने के लिए एक प्रभावी तंत्र लागू किया जाए ।
इसमें इस तरह के दर्जे से उत्पन्न अधिकारों एवं दायित्वों से जुड़े विषयों पर उपबंध किया गया है ।
इसमें शरणार्थियों से संबंधित वर्तमान नीति, संवैधानिक सिद्धांतों और भारत के अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को शामिल करने की बात कही गई है।
विधेयक के प्रस्तावों के अनुसार, इसमें शरण मांगने वालों को शरणार्थी के रूप में मान्यता देने में स्पष्टता एवं एकरूपता लाने की बात कही गई है तथा देश में इनमें अधिकारों का भी उल्लेख किया है। इसमें प्रणालीगत विसंगतियों एवं एकाधिकार को समाप्त करने का भी उल्लेख किया गया है।
शशि थरूर द्वारा पेश निजी विधेयक में शरणार्थियों को अधिक जवाबदेही के साथ व्यवस्थित करने पर जोर दिया गया है, साथ ही मानवीय चिंताओं एवं देश के सुरक्षा हितों के बीच संतुलन बनाने की भी बात कही गई है। इसमें रोहिंग्या मुद्दे का भी उल्लेख किया गया है।
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दीपक माधव
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