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गुरूवार, 24 अप्रैल, 2025
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शरद पवार ने कहा- परमबीर के दावे गंभीर, कड़ी जांच की जरूरत, BJP ने महाराष्ट्र सरकार पर साधा निशाना

परमबीर सिंह ने दावा किया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख चाहते थे कि पुलिस अधिकारी बार एवं होटलों से प्रति महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करें.

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मुंबई : मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह के दावे को लेकर भाजपा और उद्धव सरकार के बीच जमकर घमासान मचा हुआ है. राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को कहा कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह के आरोप गंभीर हैं और इनकी गहन जांच की जरूरत है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने मामले को लेकर प्रदर्दशन किया हैं, साथ ही कानून मंत्री रविशंकर ने महाराष्ट्र सरकार पर तीखे सवाल दागे हैं.

सिंह ने दावा किया है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख चाहते थे कि पुलिस अधिकारी बार एवं होटलों से प्रति महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करें.

दिल्ली में संवाददाताओं से बात करते हुए पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस मामले में निर्णय करेंगे और देशमुख के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे.

पवार ने कहा कि न तो मुख्यमंत्री और न ही राज्य के गृह मंत्री पिछले वर्ष पुलिस बल में सचिन वाजे को फिर से बहाल करने के लिए जिम्मेदार हैं.

राकांपा प्रमुख ने कहा कि सिंह के पत्र के बारे में उन्होंने ठाकरे से बात की है. उन्होंने कहा, ‘मैं उद्धव ठाकरे को सुझाव दूंगा कि परमबीर सिंह के दावों पर गौर करने के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी जुलियो रिबेरो का सहयोग लें.’

पवार ने कहा कि 17 मार्च को होम गार्ड्स में तबादला होने के बाद सिंह ने ये आरोप लगाए.

राकांपा सुप्रीमो ने कहा कि सिंह के आरोपों के कारण एमवीए सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन वे सफल नहीं होंगे.

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे आठ पन्नों के पत्र में सिंह ने आरोप लगाए कि देशमुख अपने सरकारी आवास पर पुलिस अधिकारियों को बुलाते थे और उन्हें बार, रेस्तरां और अन्य स्थानों से ‘उगाही करने का लक्ष्य’ देते थे.

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एक और बहुत बड़ा गंभीर सवाल है कि 100 करोड़ रुपये का टार्गेट था. मुंबई से तो कृपया करके उद्धव ठाकरे और शरद पवार जी बताएं कि पूरे महाराष्ट्र का टार्गेट क्या था? अगर एक मंत्री का टार्गेट 100 करोड़ था तो बाकी मंत्रियों का टार्गेट क्या था?.

उन्होंने कहा कि BJP की तरफ से सवाल है कि सचिन वाजे की नियुक्ति किसके दबाव में की गई?

वहीं इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.

मुंबई में बीजेपी के कीर्ति सोमैया ने कहा अब सब ओपन हो गया है कि ठाकरे सरकार वसूल करने वाली सरकार है. API सचिन वाजे, ACP संजय पाटिल, पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह और गृहमंत्री अनिल देशमुख पैसा वसूल कर रहे थे. इन सबकी गिरफ्तारी होनी चाहिए.

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