पुणे, 21 अप्रैल (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) प्रमुख शरद पवार और उनके भतीजे व महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार सोमवार को एक पखवाड़े के अंतराल में तीसरी बार एक मंच पर नजर आए।
इस बार दोनों कृषि और चीनी उद्योग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के इस्तेमाल पर चर्चा के लिए आयोजित बैठक में शामिल हुए।
यह बैठक पुणे के साखर संकुल (शुगर कॉम्प्लेक्स) में हुई, जो लगभग डेढ़ घंटे तक चली। बैठक में ‘वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट’ के अधिकारी भी मौजूद थे।
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अजित पवार ने बताया कि कृषि उत्पादन बढ़ाने, मिट्टी की उर्वरता सुधारने और रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल को घटाने के लिए कृत्रिम मेधा के इस्तेमाल पर चर्चा हुई।
उन्होंने कहा, ‘हमने इस पर चर्चा की कि कैसे एआई का उपयोग कृषि उत्पादन बढ़ाने, मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने और रासायनिक खादों पर निर्भरता कम करने में मदद कर सकता है। माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां इस क्षेत्र में पहल कर रही हैं।’
हाल के हफ्तों में यह शरद पवार के साथ यह उनकी तीसरी मुलाकात थी।
जब उनसे दोनों की मुलाकात के राजनीतिक मायने पूछे गए, तो उन्होंने इसे पारिवारिक मुलाकात बताया और कहा कि सगाई जैसे कार्यक्रमों पर परिवार एक साथ आता है और इसे अन्य दृष्टिकोण से देखने की जरूरत नहीं है।
अजित पवार ने वर्ष 2023 में अपने चाचा शरद पवार से बगावत कर भाजपा-शिवसेना सरकार का समर्थन किया था, जिसके बाद दोनों अलग-अलग राजनीतिक गठबंधनों में हैं।
उन्होंने सतारा स्थित रायत शिक्षण संस्था की बैठक में शरद पवार के साथ हालिया साझा उपस्थिति पर भी टिप्पणी की।
अजित पवार ने कहा, ‘मैं रायत शिक्षण संस्था की बैठक में ट्रस्टी के रूप में जाता हूं, न कि उपमुख्यमंत्री के रूप में। वह बैठक शिक्षा में एआई के इस्तेमाल पर केंद्रित थी। आज की बैठक कृषि में एआई के इस्तेमाल को लेकर थी। जब हम सरकार में होते हैं, तो हमारा लक्ष्य किसानों की आय बढ़ाना और लागत घटाना होना चाहिए।’
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ विषय राजनीति से ऊपर होते हैं।
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी महत्वपूर्ण विषयों पर सर्वदलीय बैठक बुलाते हैं। अब जब चुनाव हो गए हैं और सरकार बन चुकी है, तो जनता के लिए मिलकर काम करना और सर्वोत्तम उपाय साझा करना ज़रूरी हो जाता है।’
भाषा राखी मनीषा
मनीषा
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