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रविवार, 29 जून, 2025
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शाहजहांपुर पुलिस ने परामर्श के जरिए वैवाहिक कलह दूर कर 90 जोड़ों की शादी टूटने से बचाई

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शाहजहांपुर (उप्र), 29 जून (भाषा) शाहजहांपुर जिले की पुलिस ने एक विशेष प्रयास के तहत पिछले छह माह में ‘‘परामर्श’’ के जरिए वैवाहिक कलह दूर कर 90 जोड़ों की शादी को टूटने से बचाया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

अपनी पहल को एक कदम आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने अब इन परिवारों में सुख-शांति सुनिश्चित करने के लिए उनकी निगरानी करने और समय-समय पर कुशलक्षेम जानने का भी सिलसिला शुरू किया है।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पुलिस लाइन में स्थित परिवार परामर्श केंद्र में पिछले छह माह में वैवाहिक कलह के 265 मामले आए, जिनमें से 90 मामलों का विशेष परामर्श के माध्यम से समाधान किया गया।

उन्होंने मामलों की प्रवृत्ति स्पष्ट करते हुए कहा कि कुछ मामले विवाहेत्तर संबंधों, पुरुषों द्वारा शराब पीकर घर में झगड़ा कर पत्नी व बच्चों से मारपीट किए जाने, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न या अन्य विवाद से संबंधित थे।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस के पास आने वाले ऐसे लोगों को पहले परामर्श केंद्र में भेजा जाता है।

उन्होंने परामर्श जरिए सुलझ चुके 90 मामलों की जानकारी साझा करते हुए कहा कि इनमें विवाहेतर संबंधों से जुड़े 10, शराब के सेवन के कारण कलह, घरेलू हिंसा या पारिवारिक जिम्मेदारियों की उपेक्षा से जुड़े 45 मामले थे, जबकि अन्य मामले शक करने, ससुराल वालों के हस्तक्षेप और दहेज से जुड़े थे।

द्विवेदी ने समाधान के बाद निरंतर जुड़ाव के महत्व पर जोर देते हुए कहा ‘‘हमने देखा है कि बिना कार्रवाई के, कलह अक्सर फिर से शुरू हो जाती है। इसलिए हमने एक नयी पहल के तहत इन परिवारों की निगरानी करने के लिए कुशलक्षेम पूछना शुरू कर दिया है। समय-समय पर पता लगता रहे हैं कि पुलिस ने घरेलू विवाद को खत्म करने में वास्तव में किस हद तक सफलता प्राप्त की है।”

द्विवेदी ने कहा, ‘‘हम मामलों को निपटाने के एक माह के बाद दंपति को बुलाकर उनका हालचाल जानते हैं। इसके बाद लगभग छह माह या इससे अधिक समय तक स्थानीय पुलिस इन पर नजर रखती है और उनके घर भी जाती रहती है।’’

उन्होंने कहा कि हालांकि, परामर्श केंद्र एक दशक से अधिक समय से अस्तित्व में है लेकिन हाल के वर्षों में मनोवैज्ञानिकों और प्रशिक्षित परामर्शदाताओं को शामिल करने से इसकी प्रभावशीलता में काफी वृद्धि हुई है।

परामर्श केंद्र की प्रभारी मधु यादव ने एक मामला साझा करते हुए कहा कि निगोही थाना क्षेत्र की 35 वर्षीय एक महिला की शिकायत थी कि वह मायके में रह रही है और उनके पति उन्हें ससुराल नहीं बुला रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘बाद में जब दोनों पक्षों को बुलाया गया तो पता चला कि महिला का एक व्यक्ति से संबंध होने के चलते उसके पति ने उससे किनारा कर लिया था।’’

यादव ने कहा, ‘‘परामर्श के बाद महिला अपने पति के साथ खुशी-खुशी रह रही है।’’

एक अन्य मामले में, कोतवाली क्षेत्र की एक 25 वर्षीय महिला ने बताया कि उसका पति रोज शराब पीता था और उसे तथा बच्चों को पीटता था। महिला ने कहा, ‘‘जब मैंने पुलिस से संपर्क किया तो उन्होंने हमें सुलह करने में मदद की। मेरे पति ने अब शराब पीना छोड़ दिया है और हमारा पारिवारिक जीवन काफी बेहतर हो गया है।’’

भाषा सं आनन्द

अमित खारी

खारी

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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