नई दिल्ली: पंजाब केसरी दिल्ली के मुख्य संपादक और करनाल से पूर्व सांसद अश्विनी कुमार चोपड़ा का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 63 साल के थे.
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि वह टर्मिनल कैंसर से पीड़ित थे और करीब तीन सप्ताह पहले उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्होंने बताया कि चोपड़ा ने आज दोपहर अंतिम सांस ली.
दिग्गज पत्रकार चोपड़ा 2014 में करनाल, हरियाणा से सांसद चुने गए थे. वह पंजाब केसरी, दिल्ली के मुख्य संपादक थे.
‘मिन्ना’ नाम से लोकप्रिय चोपड़ा अपनी युवावस्था में एक होनहार क्रिकेटर थे. चोपड़ा के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व सांसद के निधन पर शोक व्यक्त किया.
खट्टर ने ट्वीट किया, ‘करनाल के पूर्व सांसद और पंजाब केसरी, दिल्ली के संपादक अश्विनी चोपड़ा के निधन के बारे में जानकर काफी दुख पहुंचा. एक सक्षम राजनेता और एक सफल पत्रकार के रूप में आपका जीवन हम सभी का मार्गदर्शन करता रहेगा.’
अपने शोक संदेश में सोनिया गांधी ने कहा कि एक संपादक, एक सामाजिक कार्यकर्ता और एक सांसद के रूप में चोपड़ा के लंबे और बेहतरीन योगदान को काफी समय तक याद किया जाएगा.
गांधी ने कहा कि चोपड़ा की दोस्ती राजनीतिक दायरों से इतर थी और विरोध के बाद भी वह कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने वरिष्ठ पत्रकार अश्विनी चोपड़ा के निधन पर शोक प्रकट किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदी दैनिक पंजाब केसरी के मुख्य संपादक एवं पूर्व सांसद अश्विनी चोपड़ा के निधन पर शनिवार को शोक प्रकट किया. उन्होंने कहा कि चोपड़ा को मीडिया जगत में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा.
प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा, ‘श्री अश्विनी कुमार चोपड़ा जी के निधन से दुखी हूं. उन्हें मीडिया जगत में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने लोक प्रतिनिधि के तौर पर कर्मठता से काम किया और कई सामुदायिक कल्याण कार्यों की शुरुआत की. उनके परिवार एवं दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना है. ओम शांति.’