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Saturday, 4 May, 2024
होमदेशअब आसमान से ले ताजमहल का नज़ारा — इस सप्ताह से आगरा में पर्यटकों के लिए शुरू होगी गुब्बारे की सवारी

अब आसमान से ले ताजमहल का नज़ारा — इस सप्ताह से आगरा में पर्यटकों के लिए शुरू होगी गुब्बारे की सवारी

15 अक्टूबर से 25 नवंबर तक चलने वाले ताज कार्निवल में विभिन्न राज्यों के व्यंजन, स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए उत्पाद और लोक नृत्य भी शामिल हैं.

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आगरा: सोचिए अगर आपको आसमान में ऊंची उड़ान भरने और गर्म हवा के गुब्बारे में बैठकर ताज महलदेखने का मौका मिले तो आपको कैसा लगेगा. रविवार से शुरू हो रहे नए पर्यटन सीजन में आगरा आने वाले पर्यटकों के लिए यह जल्द ही शुरू होने वाला है.

आगरा प्रशासन ने शिल्प ग्राम – ताज महल के पास एक सांस्कृतिक केंद्र – से गर्म हवा के गुब्बारे की सवारी शुरू करने की योजना बनाई है. यह पर्यटकों को आगरा के प्रतिष्ठित स्मारक और अन्य आकर्षणों का नजारा आसमान से दिखाएगा.

गुब्बारे की सवारी ताज कार्निवल का हिस्सा होगी. ताज कार्निवल एक सांस्कृतिक उत्सव है जो शिल्प ग्राम में रविवार से शुरू होने वाली है और 25 नवंबर तक चलेगी.

आगरा मंडल आयुक्त रितु माहेश्वरी ने दिप्रिंट को बताया कि ताज कार्निवल का आयोजन 10 दिवसीय ताज महोत्सव की तर्ज पर किया जा रहा है, जो फरवरी में पर्यटन सीजन के अंत में आयोजित किया जाता है.

माहेश्वेरी ने कहा कि हालांकि, ताज महोत्सव के विपरीत में जहां प्रवेश शुल्क लिया जाता है, ताज कार्निवल सभी आगंतुकों के लिए पूरी तरह से निःशुल्क होगा.

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कार्निवल में भारत के विभिन्न क्षेत्रों जैसे बृज, राजस्थानी, अवधी, मुगलई, गुजराती और दक्षिण भारतीय के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के स्थानीय व्यंजनों की विविधता भी शामिल होगी. 50 से अधिक फूड स्टॉल पर्यटकों की पसंद को पूरा करेंगे.

इसमें हस्तशिल्प, मिट्टी के बर्तन, लकड़ी की नक्काशी और स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए अन्य उत्पाद बेचने वाले स्टॉल भी होंगे. बाजरा उत्पादों को समर्पित एक विशेष स्टॉल भी स्थापित किया जाएगा, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र ने इसके पोषण और पर्यावरणीय लाभों को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के अनुरोध पर 2023 को बाजरा वर्ष के रूप में नामित किया है.

कार्निवल में विभिन्न राज्यों के कलाकारों द्वारा लोक प्रस्तुतियां भी प्रदर्शित की जाएंगी.

आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ ने कहा कि प्रशासन उन पार्टियों की तलाश कर रहा है जो नियमित आधार पर आगरा में गुब्बारे की सवारी की सेवा दे सकें. उन्होंने कहा कि अब तक तीन बोलियां मिली हैं और नवंबर के अंत तक अनुबंध को अंतिम रूप दे दिया जाएगा.

आगरा टूरिस्ट वेलफेयर चैंबर के अध्यक्ष प्रहलाद अग्रवाल ने भी दिप्रिंट को बताया कि आगरा में ताज कार्निवल, हॉट एयर बैलून की सवारी और नाइट मार्केट जैसे आकर्षणों को स्थायी बनाया जाना चाहिए, क्योंकि इससे शहर में रात में रुकने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है.


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गर्म हवा के गुब्बारे की सवारी कोई नई बात नहीं है

कार्निवल का मुख्य आकर्षण हॉट एयर बैलून की सवारी होगी जो 17 अक्टूबर से शुरू होगी. शुरुआत में सवारी की पेशकश पांच दिनों के लिए होगी और मांग होने पर इसे बढ़ाया जा सकता है.

आगरा में गुब्बारे की सवारी को स्थायी बनाने के बारे में बात करते हुए गौड़ ने कहा कि अनुबंध को अंतिम रूप दिए जाने के बाद पर्यटक 3.5 किलोमीटर के लूप पर एक सुंदर हवाई यात्रा का आनंद ले सकेंगे, जो ताज महल के पास तक जाएगी, लेकिन उसके ऊपर नहीं क्योंकि यह एक उड़ान प्रतिबंधित क्षेत्र है.

उन्होंने कहा, “गुब्बारे ताज महल से लगभग 1 किमी दूर यमुना के तट से उड़ान भरेंगे और ताज महल, मेहताब बाग और आगरा किले के पास से गुजरेंगे. मौसम की स्थिति के आधार पर, गुब्बारों में एक समय में अधिकतम आठ यात्रियों की क्षमता होगी और सवारी की कीमत अनुबंध दिए जाने के बाद तय की जाएगी.”

आगरा में इन आकर्षणों को स्थायी बनाने पर जोर देते हुए अग्रवाल ने कहा कि ज्यादातर पर्यटक ताज महल देखने के लिए एक दिन की यात्रा के लिए शहर आते हैं, जिससे स्थानीय पर्यटन उद्योग को कम फायदा होता है.

उन्होंने कहा, “यदि पर्यटक आगरा में एक रात या उससे अधिक समय बिताएंगे तो ही वे पर्यटन के विकास में योगदान देंगे.”

हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब आगरा ने पर्यटकों को ताजमहल का हवाई यात्रा की सुविधा देने की कोशिश की गई है.

2013 में, एक निजी कंपनी ने बंधे हुए हीलियम बैलून की सवारी शुरू की, जो पर्यटकों को जमीन से 250 मीटर ऊपर ले जाती थी, और ऊपर से ताज महल की एक अनोखी झलक पेश करती थी. हालांकि, 2014 में एक तूफ़ान के कारण गुब्बारा क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद इस प्रोजेक्ट को रोक दिया गया था.

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने नवंबर 2015 और 2021 में ताज बैलून उत्सव का भी आयोजन किया, जिसमें दुनिया भर से हॉट एयर बैलून पायलटों को भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया. हालांकि, सरकार इन आयोजनों को लगातार जारी नहीं रख पाई.

(संपादनः  ऋषभ राज)

(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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