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Sunday, 28 April, 2024
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यात्रा 2, व्यूहम, शापधाम— चुनावी राज्य आंध्रप्रदेश में CM जगन पर फिल्में बनाने की होड़ क्यों मची है

मलयालम स्टार ममूटी, फिल्म यात्रा 2 में YSR का किरदार निभाएंगे, जबकि तमिल अभिनेता जीवा जगन मोहन रेड्डी का किरदार निभाएंगे. फिल्म के डायरेक्टर राघव पूर्व मुख्यमंत्री के प्रशंसक होने के बारे में खुलकर अपनी बात रखते हैं.

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हैदराबाद: अगर चुनाव नजदीक है तो क्या आंध्रप्रदेश में फिल्में बहुत पीछे रह सकती हैं? बिल्कुल नहीं. हैदराबाद- तेलुगू फिल्म उद्योग का घर- अगले अप्रैल में राज्य चुनाव से पहले आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की मुश्किलों और ट्रायल्स को सेल्युलाइड पर लाने के लिए पूरी तत्परता से काम कर रहा है.

फिल्म यात्रा 2 पिछले चुनाव से पहले 2019 में रिलीज़ हुई फिल्म यात्रा की अगली कड़ी है, जिसे विधानसभा और लोकसभा चुनावों से दो महीने पहले 8 फरवरी को रिलीज़ करने की योजना है. लेकिन यह बिलकुल भी नहीं है. फिल्म निर्देशक राम गोपाल वर्मा, जिन्हें आरजीवी के नाम से जाना जाता है, ने इस सप्ताह एक्स पर एक पोस्ट में घोषणा की कि फिल्म व्यूहम (रणनीति) 10 नवंबर को आएगी और इसका सीक्वल शपथधाम (शपथ) 25 जनवरी को आएगा.

यात्रा सीरीज को कमोबेश एक आधिकारिक संस्करण माना जा सकता है, क्योंकि इसके निर्देशक माही वी. राघव का कहना है कि जगन ने इसका समर्थन किया है.

फिल्म यात्रा का केंद्र कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी का जीवन और 2004 के चुनाव में उनके सत्ता में पहुंचने पर आधारित है. यह YSR की चेवेल्ला (तेलंगाना में कर्नाटक सीमा के पास) से इचापुरम (उत्तरी आंध्र में ओडिशा को छूते हुए) तक 1,500 किमी से अधिक की मैराथन पदयात्रा के बारे में है, जिसने उन्हें जनता से जुड़ने, मुख्यमंत्री पद तक पहुंचने और सबसे करिश्माई भारतीय नेता में से एक बनने में मदद की. ऐसे नेता जिनका एजेंडा दो तेलुगु राज्यों को प्रभावित करता है.

राघव ने दिप्रिंट को बताया, “यात्रा 2 एक पिता, बेटे और लोगों से किए गए वादे की कहानी होगी. ओडारपु यात्रा के वादे की घोषणा जगन ने पावुरालगुट्टा से की, जिसकी अनुमति कांग्रेस आलाकमान ने देने से इनकार कर दिया था. यदि इसकी अनुमति दी गई होती और जगन को उनका उचित स्थान दिया गया होता, तो कोई यात्रा 2 या शायद यात्रा 1 भी नहीं बनती.”

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राघव को YSR का प्रशंसक कहलाने में कोई झिझक नहीं हुई. फिल्म यात्रा के शुरू में ही दिखाया जाता है: “यह मेरे प्रिय नेता डॉ. वाई.एस. राजशेखर रेड्डी की कहानी है.”

ओडारपु यात्रा वह यात्रा है जो तत्कालीन कांग्रेस से कडप्पा से सांसद जगन मोहन रेड्डी ने आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के सैकड़ों लोगों के परिवारों को सांत्वना देते हुए की थी, जिनकी मौत कथित तौर पर YSR की मौत के बारे में सुनकर सदमे में हो गई थी या फिर बाद में सदमे से उबरने के बाद भी वह बहुत दिनों तक जीवित नहीं रह सकें.

नल्लामाला के घने जंगलों में पावुरालगुट्टा वह स्थान है जहां सितंबर 2009 में YSR का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. यह घटना उनके लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ महीने बाद ही हुई थी. 2011 में जगन ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) का गठन किया और बाद में 2019 में मुख्यमंत्री सीट पर कब्जा कर लिया.

यात्रा 2 2009 से 2019 तक के क्षत्रप की कहानी है. खासकर यह जगन की 341 दिनों की 3648 किलोमीटर की पैदल यात्रा को आंध्रप्रदेश में अपने पिता की उपलब्धि से आगे बढ़ाते हुए प्रदर्शित करती है. नवंबर 2017 में कडप्पा के इदुपालपाया में YSR की कब्र से शुरू हुई यात्रा जनवरी 2019 में इचापुरम में समाप्त हुई.

लोकप्रिय मलयालम स्टार ममूटी,, जिन्होंने यात्रा में YSR का कैरेक्टर निभाया है, यात्रा 2 में भूमिका को फिर से निभाएंगे, जबकि तमिल अभिनेता जिवा जगन मोहन रेड्डी का किरदार निभाएंगे.

तेलुगु फिल्म उद्योग में कम्मा और कापू समुदायों के अभिनेताओं का वर्चस्व है, जो आम तौर पर तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और जन सेना पार्टी (JSP) से जुड़े होते हैं.

राघव कहते हैं, “वास्तव में मैं किसी अन्य अभिनेता में YSR की भूमिका निभाने की क्षमता नहीं देख सका और ममूटी को मैं तेलुगु दर्शक स्वातिकिरणम (1992) और दलपति (1991) के समय से जानता हूं. जगन के किरदार के लिए मैं एक ऐसे अभिनेता को चाहता था जो इतना एक्सपोज़्ड न हो और मैंने जीवा को लिया.”

सीक्वल फ्लोर पर चला गया है. फिल्म के डायरेक्टर ने यात्रा 2 के बजट का खुलासा नहीं किया, लेकिन कहा कि यह “यात्रा 1 से 4-5 गुना बड़ा” है. शिवा मेका इस फिल्म के प्रोड्यूसर हैं.


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क्या लोकप्रिय संस्कृति चुनावों को प्रभावित कर सकती है?

हालांकि यात्रा फ्रेंचाइजी का स्पष्ट इरादा YSRCP के लिए चुनावी समर्थन बढ़ाना है, लेकिन राघव का कहना है कि फिल्में मुख्य रूप से व्यावसायिक हितों को ध्यान में रखकर बनाई जाती हैं और “मतदाता किसी फिल्म को अपने नेता, मुख्यमंत्री की पसंद को प्रभावित करने देने से ज्यादा समझदार हैं”.

राघव कहते हैं, “मुझे नहीं पता कि इससे YSRCP को मदद मिलेगी या नहीं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि यात्रा 2 हमें आर्थिक रूप से मदद करेगी. हमें आंध्र के मतदाताओं को कम नहीं आंकना चाहिए, वे बेहद स्मार्ट और तेज हैं और जानते हैं कि उन्हें क्या चाहिए. 2014 में सभी को लगा कि YSRCP जीतेगी लेकिन नतीजा कुछ और निकला. एक नया राज्य बना और उन्होंने किसी और को चुना.”

राघव की अन्य फिल्में पूरी तरह से अलग शैली की हैं जैसे आनंदो ब्रह्मा (2017) जो एक हॉरर कॉमेडी फिल्म है.

और उन्होंने कहा कि इस बात के बीच कोई संबंध स्थापित नहीं किया जा सकता है कि “राजनीतिक एजेंडा” वाली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कैसा प्रदर्शन करती है, भले ही हीरो शानदार जीत के साथ सत्ता में आता हो.

राघव ने कहा, “यात्रा ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन यह देखते हुए कि आंध्रप्रदेश के 50 प्रतिशत लोगों ने जगन को वोट दिया, फिल्म को लगभग 500 करोड़ रुपये का कलेक्शन करना चाहिए था.”

सुहासिनी मणिरत्नम, जगपति बाबू और सचिन खेडेकर जैसे शानदार कलाकारों के साथ, यात्रा को आलोचकों से 2.5 से 3 स्टार रेटिंग मिली थी. फिल्म को Google पर 84 प्रतिशत अनुमोदन प्राप्त किया और यह अमेज़ॅन प्राइम पर उपलब्ध है.


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RGV शैली

फिल्म समीक्षक राजेश्वरी कल्याणम ने कहा कि जगन पर ध्यान केंद्रित करने से ज्यादा, राम गोपाल वर्मा की व्यूहम और शापधाम से जगन के विरोधियों, चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण के आलोचनात्मक चित्रण की उम्मीद की जा सकती है.
वर्मा के ट्वीट अक्सर दोनों विपक्षी नेताओं की निंदा करते हैं. उनकी 2019 की फिल्म अम्मा राज्यमलो कडप्पा बिद्दलु, जिसका मूल नाम कम्मा राज्यमलो कडप्पा रेड्डलू था, जगन के सत्ता में आने के कुछ महीनों बाद रिलीज हुई थी. इस फिल्म को दोनों पर हमला माना जाता है.

इसके विपरीत, यात्रा 1 एक बार भी नायडू के चरित्र को नहीं दिखाती है.

फिल्मी न्यूज़ पोर्टल फ्राइडे वॉल चलाने वाले कल्याणम ने दिप्रिंट को बताया, “फिल्मों के दीवाने तेलुगु लोगों के लिए पार्टी, राजनीतिक प्रचार फिल्में नई नहीं हैं. एन.टी. रामा राव का भी मज़ाक उड़ाने वाली फ़िल्में थीं. फिल्में जनता तक पहुंचने का एक प्रमुख साधन बन गई हैं, लेकिन मतदाता भी काफी समझदार हो गए हैं.”

इसी तरह ‘सुपरस्टार’ कृष्णा दिवंगत राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हुए और 1989 में एलुरु से लोकसभा के लिए चुने गए.

राजनीति में कदम रखने से पहले तेलुगु फिल्मों में कुछ किरदार निभाने वाले आंध्रप्रदेश के सिंचाई मंत्री अंबाती रामबाबू परिपक्व मतदाताओं की बात से सहमत हैं.

अंबाती ने दिप्रिंट को बताया, “अगर माहौल किसी पार्टी के अनुकूल है, तो ऐसी फिल्में पार्टी के लिए इसे और अधिक सुखद बना सकती हैं. लेकिन जब वहां, मान लीजिए कि एक मजबूत सत्ता-विरोधी लहर या विपक्ष के लिए अंतहीन नापसंदगी है, तो ये फिल्में संबंधित राजनीतिक समूह के लिए किसी काम की नहीं होंगी.”

अब नेटफ्लिक्स पर पवन कल्याण की नवीनतम फिल्म ब्रो का एक दृश्य स्पष्ट रूप से अंबाती का मजाक उड़ाता है. कल्याण ने फिल्म में अपनी पार्टी के प्रतीक चाय-गिलास को भी उदारतापूर्वक प्रदर्शित किया है.

अंबाती ने कहा, “राघव ने अच्छा होमवर्क किया. यात्रा सीरीज बनाने के लिए मेरे सहित राजनीतिक नेताओं से बात करके समझ हासिल की. मुझे नहीं पता कि क्या RGV ने हमारे साथ इस तरह की कोई सलाह-मशविरा किया था.”

तमिल-मलयालम अभिनेता अजमल अमीर, जिन्होंने अम्मा राज्यमलो कडपा बिदालु में थोड़ा संशोधित ‘वीएस जगन्नाथ रेड्डी’ का किरदार निभाया था, व्यूहम और इसके सीक्वल शापधाम में YSRCP प्रमुख भूमिका के लिए RGV की पसंद हैं.

शुक्रवार को जारी व्यूहम ट्रेलर में जगन के चरित्र पर सवाल उठाए गए हैं कि ऐसा प्रतीत होता है कि जगन पर RGV की फिल्मों के दृश्य राज्य में नवीनतम विकास के अनुरूप होंगे. “कौशल विकास योजना में जो पैसा गबन किया गया वह किसकी जेब में गया?”

(संपादनः  ऋषभ राज)

(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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