नयी दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) 2,450 करोड़ रुपये में यस बैंक के 10 रुपये अंकित मूल्य वाले 245 करोड़ शेयर खरीदेगा. बैंक ने शनिवार को कहा कि यस बैंक के पुनर्गठन के लिए जारी किए जाने वाले इन शेयरों की नए बैंक में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी.
एसबीआई ने एक बयान में कहा कि पूंजी लगाने के तीन साल तक बैंक अपनी हिस्सेदारी को 26 प्रतिशत से कम नहीं कर सकता है.
बयान में आगे कहा गया कि यस बैंक के नये निदेशक मंडल में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक, गैर-कार्यकारी अध्यक्ष और गैर-कार्यकारी निदेशक का पद होगा.
एसबीआई ने कहा, ‘पुनर्गठित बैंक के कर्मचारी कम से कम एक साल की अवधि तक पहले से मिल रहे वेतन और समान नियम-शर्तों पर काम करते रहेंगे.’ वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार देर रात से बैंक के संस्थापक राणा कपूर के घर से लेकर उनके ऑफिस सहित कई स्थानों पर ईडी छापे मारी कर रही है.
राणा कपूर से ईडी की पूछताछ जारी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर से उनके तथा अन्य लोगों के खिलाफ धन शोधन के एक मामले में पूछताछ जारी रखी. अधिकारियों ने बताया कि कपूर को शनिवार दोपहर में बालार्ड एस्टेट स्थित एजेंसी के कार्यालय लाया गया.
प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार रात वर्ली इलाके में ‘समुद्र महल’ परिसर में राणा के आवास की तलाशी ली थी और उससे सख्त सवाल जवाब किए. उन्होंने कहा कि कपूर से पूछताछ जारी है.
उन्होंने कहा कि कपूर के खिलाफ मामला घोटाले से प्रभावित डीएचएफएल से जुड़ा हुआ है, क्योंकि बैंक द्वारा कंपनी को दिया गया कर्ज कथित रूप से गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) घोषित कर दिया गया है.
कपूर के खिलाफ धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई की जा रही है.
केंद्रीय जांच एजेंसी कुछ कारपोरेट संस्थाओं को दिए गए ऋण और कथित रूप से रिश्वत के रूप में कुछ धनराशि कपूर की पत्नी के खातों में जमा किये जाने के संबंध में राणा की भूमिका की जांच भी कर रही है.
अधिकारियों ने कहा कि अन्य कथित अनियमितताएं भी एजेंसी की जांच दायरे में हैं, जिसमें एक मामला उत्तर प्रदेश बिजली निगम में कथित पीएफ धोखाधड़ी से संबंधित है.
सीबीआई ने हाल में उत्तर प्रदेश में 2,267 करोड़ रुपये के कर्मचारी भविष्य निधि घोटाले की जांच शुरू की है, जहां बिजली क्षेत्र के कर्मचारियों की मेहनत की कमाई को दीवान हाउसिंग फाइनैंस कॉरपोरेशन (डीएचएफएल) में निवेश किया गया.
रिजर्व बैंक ने यस बैंक पर तमाम अंकुश लगाते हुए बैंक के जमाकर्ताओं के लिए तीन अप्रैल तक निकासी की सीमा 50,000 रुपये तय की है. रिजर्व बैंक ने बैंक के निदेशक मंडल को भी भंग कर दिया. इसके साथ ही एसबीआई के पूर्व उप प्रबंध निदेशक एवं मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) प्रशांत कुमार को बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है.
रिजर्व बैंक ने कहा है कि एसबीआई ने यस बैंक में निवेश की इच्छा जताई है और वह बैंक की पुनर्गठन योजना में भागीदारी का इच्छुक है.