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Friday, 22 November, 2024
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‘हमारे बच्चों को बचाओ,’ यूक्रेन की फर्स्ट लेडी ओलेना जेलेंस्का का ओपेन लेटर- रूस का सच दिखाएं

यूक्रेन की फर्स्ट लेडी ओलेना जेलेंस्का ने पूरी दुनिया की मीडिया के नाम एक ओपेन लेटर लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि रूस का सच दिखाइए.

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नई दिल्ली: ‘आठ साल की एलिस ओखतार्यका की सड़क पर मार दी गई जब उसके दादा उसे बचाने की पूरी कोशिश कर रहे थे.’

‘पोलिना कीव में अपने माता पिता के साथ मार दी गई.’

’14 साल की आर्सेनीय के सिर पर मलबा गिरा, उस तक समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंच सकी क्योंकि सड़कों पर भारी गोला बारी हो रही थी.’

‘जब रूस इसे कहता है कि यह आम लोगों के लिए लड़ाई नहीं है तो मैं इसे हत्या कहती हूं..जो रूस ने इनकी की है.’

ये शब्द हैं यूक्रेन की फर्स्ट लेडी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की पत्नी ओलेना जेलेंस्का के जिन्होंने दुनियाभर की मीडिया से अपील की है कि वो यूक्रेन में रूस द्वारा किए जा रहे हमले की असली तस्वीर को सामने लाएं.

अपने इंस्टाग्राम पर बैक टू बैक ‘आई टेस्टीफाई, एन ग्लोबल लेटर टू द ग्लोबल मीडिया’ के नाम इमोशनल पोस्ट लिखी है. जेलेंस्का ने ग्लोबल मीडिया को बताया है कि अभी तक 38 नौनिहालों की मौत हो चुकी है. क्योंकि यूक्रेन के शांत शहरों पर हमले लगातार जारी हैं.

यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध हर दिन और घातक होता जा रहा है. अस्पताल से लेकर रिहायशी इलाकों में रूसी मिसाइलों के दागने की खबरें रोज आ रही हैं. दोनों देशों के बीच आज युद्ध का तेरहंवा दिन है.

अपनी पोस्ट की शुरुआत में वो लिखती हैं कि पूरी दुनिया के मीडिया वाले मेरे पास इंटरव्यू देने की दरख्वास्त कर रहे हैं. ये खत उन सभी के लिए जवाब है जो मुझसे यूक्रेन को लेकर गवाही चाहते हैं. ये है मेरी गवाही.

उन्होंने लिखा है कि 24 फरवरी की सुबह हमलोगों के लिए बुरी खबर लेकर आई जब हम इस खबर के साथ उठे की रूसी सेना ने हमारे ऊपर हमला कर दिया है. टैंक्स यूक्रेनियन बॉर्डर को पार कर गए हैं. प्लेन एयरस्पेस में आ गए हैं और हमारे सारे शहरों को मिसाइल लांचर से घेर लिया गया है.

उन्होंने ग्लोबल मीडिया से कहा है, ‘जब रूसी लोग कहें कि उनकी सेना यूक्रेनी नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचा रही है है तो उन्हें ये तस्वीरें दिखाएं. उन्हें इन बच्चों के नाम और चेहरे दिखाएं. जिन्हें बड़े होने का मौका नहीं दिया गया.’

ये ओपेन लेटर बार बार यह बताने की कोशिश भी कर रहा है कि बच्चे निर्दोश हैं. ‘रूसी सैनिकों की गोलीबारी रोकने और ह्यूमन कॉरिडोर बना लोगों को युद्ध क्षेत्र से बाहर करने के लिए कितने लोगों को मरना होगा.’

फर्स्ट लेडी आगे लिखती हैं कि यूक्रेन के नागरिकों को बचाने के लिए तुरंत ह्यूमन कॉरिडोर की जरूरत है. बैरकों में सैंकड़ों बच्चे खाने और दवाई के बिना मौत की कगार पर हैं.

मीडिया से दरख्वास्त करते हुए जेलेंस्का ने अपील की है कि ‘रूस का भयानक चेहरा आप दुनिया को दिखाइए और बताइए कि रूसी सैनिका यूक्रेनी बच्चों को मार रहे हैं.’


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‘मेरी गवाही’

ओलेना ने अपने खुले पत्र को ‘मेरी गवाही’ I Testify नाम दिया है. इसमें उन्होंने कहा, ‘यूक्रेन के लोग कभी हार नहीं मानेंगे, हथियार नहीं डालेंगे.’

ओलेना ने कहा कि उनके देश के साथ जो हुआ है, उस पर यकीन करना असंभव है.

जेलेंस्का आगे लिखती हैं कि रूसी मांओं को दिखाएं की यूक्रेन में उनके बेटे असल में क्या कर रहे हैं. बताएं कि आपके पति, भाई, यूक्रेनी बच्चों को मार रहे हैं. उन्हें बताएं कि वो यूक्रेन के हर बच्चे की मौत के लिए जिम्मेदार हैं, क्योंकि उन्होंने इन अपराधों के लिए अपनी मौन सहमति दी थी.’

जेलेंस्का ने इस खत में नाटो देशों को भी अपना संदेश दिया है. उन्होंने लिखा, ‘ हमारे बच्चों को बचाओ, क्योंकि कल ये तुम्हें बचाएंगे.’

पत्र में ओलेना ने लिखा कि क्रेमलिन एक प्रोपेगेंडा संस्थान है जो इसे ‘विशेष अभियान’ करार दे रहे हैं. उन्होंने आश्वासन दिय़ा था कि नागरिकों को चोट नहीं पहुंचाएंगे लेकिन इसके नागरिकों का नरसंहार किया गया.’

इसके साथ ही यूक्रेन की प्रथम महिला ने यह भी लिखा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के लोगों को कमतर आंका है, हमारे नागरिक बेमिसाल एकता प्रदर्शित कर रहे हैं.

कुछ दिनों पहले जेलेंस्का ने दुनियाभर की फर्स्ट लेडीज से यूक्रेन की मदद करने की अपील की थी. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, ‘फर्स्ट लेडीज पूछ रही हैं कि वो यूक्रेन की कैसे मदद कर सकती हैं. तो मैं उन्हें कहना चाहती हूं कि, ‘दुनिया को सच बताएं.’

दुनिया को ये जानना चाहिए कि यूक्रेन में कोई ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन’ नहीं हो रहा है, ये एक युद्ध है. ‘

‘यूक्रेन में बच्चों को बॉम्ब शेल्टर्स में रहना और पढ़ना पड़ रहा है और अस्पतालों को बेसमेंट में इलाज करना पड़ रहा है.’

‘यूक्रेन शांति चाहता है, लेकिन यूक्रेन अपना बचाव करेगा और कभी आत्मसमर्पण नहीं करेगा. यूक्रेन को बचाने की जरूरत नहीं है. लेकिन हमें अपनी सेना और नागरिकों के लिए दुनिया से समर्थन की जरूरत है. सिर्फ शब्दों में नहीं.

पूरी दुनिया को य़ह बता होना चाहिए कि ये कहीं बाहर’ का युद्ध नहीं है. ये यूरोप और यूरोपियन यूनियन की सीमाओं पर हो रहा युद्ध है. यूक्रेन उस ताकत से बचाव कर रहा है जो कल आपके शांतिपूर्ण शहरों और कस्बों पर हमला कर सकती है.’


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