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Tuesday, 23 April, 2024
होमदेशपैगंबर के 'अपमान' के मामले में सऊदी अरब, बहरीन और तालिबान ने भारत पर बोला राजनयिक हमला

पैगंबर के ‘अपमान’ के मामले में सऊदी अरब, बहरीन और तालिबान ने भारत पर बोला राजनयिक हमला

इस्लामिक सहयोग संगठन की आलोचना का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'इन व्यक्तियों (भाजपा नेताओं) के खिलाफ संबंधित निकाय पहले ही कार्रवाई कर चुका है.'

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नई दिल्ली: पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो नेताओं के विवादास्पद बयानों पर राजनयिक विवाद जारी हैं. सऊदी अरब और बहरीन की सरकारों ने सभी इस्लामी प्रतीकों के खिलाफ ‘पूर्वाग्रह की अस्वीकृति’ का आह्वान किया और पैगंबर मोहम्मद का ‘अपमान’ करने वाले दो भाजपा नेताओं के विवादित बयानों की निंदा की.

इस बीच अफगानिस्तान में तालिबान सरकार ने कहा कि भारत सरकार को ‘कट्टरपंथियों’ को इस्लामी धर्म का अपमान करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए. मक्का की भव्य मस्जिद के इमाम शेख अब्दुर रहमान अल सुदैस ने भी टिप्पणियों की निंदा की है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को इस्लामाबाद में इंडियन चार्ज डी अफेयर्स को भी तलब किया. जबकि गल्फ कॉपरेशन काउंसिल (जीसीसी) – बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के छह खाड़ी देशों का एक प्रमुख समूह- ने एक बयान जारी कर टिप्पणी के खिलाफ अपना कड़ा विरोध दर्ज कराया.

इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) द्वारा भाजपा नेताओं की टिप्पणियों के खिलाफ एक कड़ा बयान जारी करने के एक दिन बाद, विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोमवार को एक बयान में कहा कि ‘संबंधित निकायों द्वारा इनके खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है. और यह ‘खेदजनक है कि ओआईसी सचिवालय ने एक बार फिर से प्रेरित, गुमराह करने वाली और शरारतपूर्ण टिप्पणी की.’

एक दिन पहले दोहा में भारतीय दूतावास ने रविवार को कहा कि पैगंबर और इस्लाम के खिलाफ की गई टिप्पणियां भारत सरकार के विचार नहीं हैं, बल्कि ‘तुच्छ तत्वों’ के हैं.

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भाजपा ने रविवार को राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को निलंबित कर दिया और पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी के लिए दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल को निष्कासित कर दिया है. पार्टी ने एक बयान भी जारी किया, जिसमें कहा गया कि पार्टी किसी भी धर्म के व्यक्तित्व के अपमान की निंदा करती है.

कतर, कुवैत और ईरान की सरकारों के बयानों का अनुसरण करते हुए सऊदी अरब, बहरीन, जीसीसी और तालिबान सरकार ने रविवार को अपने-अपने देशों में भारतीय राजदूतों को तलब किया और विरोध जताया.

सऊदी सरकार ने एक बयान में कहा, ‘विदेश मंत्रालय भारत की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता के पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयानों की निंदा करता है. इस्लामी धर्म के प्रतीकों के खिलाफ पूर्वाग्रह के प्रति अपनी अस्वीकृति दोहराता है और सभी पूज्यनीय लोगों एवं प्रतीकों के खिलाफ पूर्वाग्रह को बढ़ावा देने वाली हर चीज को खारिज करता है.’

शर्मा को निलंबित करने के भाजपा के फैसले का स्वागत करते हुए, रियाद ने कहा कि इसने ‘आस्थाओं एवं धर्मों के लिए सम्मान’ के आह्वान के सऊदी अरब के रुख को दोहराया.

इस बीच, बहरीन ने जोर दिया कि पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वाली टिप्पणियों की निंदा करने की जरूरत है, क्योंकि यह मुसलमानों की भावनाओं और धार्मिक नफरत को भड़काती है.

उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि ‘अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को संयम, सहिष्णुता और धर्मों एवं सभ्यताओं के बीच संवाद के लिए तथा उन कट्टरपंथी विचारों का मुकाबला करने के लिए ठोस कोशिश करनी चाहिए जो राजद्रोह और धार्मिक, सांप्रदायिक या नस्लीय नफरत को भड़काते हैं.’


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पाकिस्तान ने भारत के चार्ज डी अफेयर्स को तलब किया

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को आहत करने वाली इस टिप्पणी की निंदा की थी. इस मुद्दे को उसके विदेश मंत्रालय ने उठाते हुए सोमवार को बताया कि उसने पैगंबर मोहम्मद के खलाफ भाजपा के दो नेताओं की विवादित टिप्पणियों के प्रति अपना विरोध दर्ज कराने के लिए इस्लामाबाद में इंडियन चार्ज डी अफेयर्स को तलब किया.

MoFA द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया, ‘इंडियन चार्ज डी अफेयर्स को विदेश मंत्रालय में तलब किया गया था और पाकिस्तान सरकार की स्पष्ट अस्वीकृति और पवित्र पैगंबर मोहम्मद के बारे में भारत की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के दो वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों की कड़ी निंदा की गई थी. उन्होंने कहा कि ये टिप्पणियां पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं और इससे न केवल पाकिस्तान के लोगों की बल्कि दुनिया भर के मुसलमानों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है.’

बयान में आगे कहा गया है, ‘भारतीय राजनयिक से कहा गया कि पाकिस्तान भाजपा सरकार द्वारा उक्त अधिकारियों के खिलाफ देर से और लापरवाह तरीके से अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की निंदा करता है. यह कार्रवाई मुसलमानों को पहुंची पीड़ा को कम नहीं कर सकती है.

एफओ ने आगे कहा कि ‘मुस्लिम विरोधी निंदनीय भावना का मुख्यधारा में तेजी से आना और तुच्छ ऐतिहासिक दावों का हवाला देते हुए मुसलमानों को उनके सदियों पुराने पूजा स्थलों से वंचित करने के बढ़ते प्रयास भारतीय समाज में गहराई तक समाए हुए इस्लामोफोबिया के स्पष्ट परिणामों के अलावा और कुछ नहीं हैं.’

तालिबान ने भारत से ‘कट्टरपंथियों’ को इस्लाम का अपमान नहीं करने देने की अपील की

अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात भी इसमें शामिल हो गए और उन्होंने पैगंबर के खिलाफ इस्तेमाल किए गए शब्दों को ‘कड़े शब्दों’ में निंदा की.

अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने सोमवार को कहा, ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान भारत में सत्तारूढ़ दल के एक नेता द्वारा इस्लाम के पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल की कड़ी निंदा करता है.’

उन्होंने कहा, ‘हम भारत सरकार से गुजारिश करते हैं कि ऐसे कट्टरपंथियों को पवित्र धर्म इस्लाम का अपमान करने और मुसलमानों की भावनाओं को भड़काने की इजाजत न दें.’

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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