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Wednesday, 6 November, 2024
होमदेशITBP के पूर्व DG और वीरप्पन के खिलाफ टास्क फोर्स का हिस्सा रहे संजय अरोड़ा बने दिल्ली पुलिस के नए चीफ

ITBP के पूर्व DG और वीरप्पन के खिलाफ टास्क फोर्स का हिस्सा रहे संजय अरोड़ा बने दिल्ली पुलिस के नए चीफ

1988 के बैच के आईपीएस ऑफिसर अरोड़ा को रविवार को गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी के पुलिस बल का प्रमुख नियुक्त किया. उन्होंने सोमवार को अपना कार्यभार संभाल लिया.

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नई दिल्ली: तमिलनाडु कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी संजय अरोड़ा दिल्ली के नए पुलिस आयुक्त (कमिश्नर ऑफ़ पुलिस-सीपी) बन गए हैं. अरोड़ा रविवार को सेवानिवृत्त हुए राकेश अस्थाना का स्थान लेंगे.

राष्ट्रीय राजधानी के लिए अपनी पुलिसिंग संबंधी योजनाओं के बारे में दिप्रिंट से बात करते हुए, अरोड़ा ने कहा, ‘हम पेशेवर पुलिसिंग और कानून एवं व्यवस्था के स्तर को बनाए रखने तथा प्रौद्योगिकी के बढ़ते एवं उन्नत उपयोग के माध्यम से अपराध की रोकथाम पर ध्यान केंद्रित करेंगे. पुलिस बल नागरिकों की भलाई और पुलिस बल की भलाई के लिए संवेदनशील पुलिसिंग पर ध्यान केंद्रित करेगा. एक बार जब मैं अपने मातहत अधिकारियों से बात करूंगा तो मेरे पास एक स्पष्ट तस्वीर होगी और फिर मैं अपने द्वारा ध्यान दिए जाने वाले विशिष्ट क्षेत्रों के बारे में फैसला करूंगा.’

1980 बैच के आईपीएस ऑफिसर अरोड़ा को गृह मंत्रालय द्वारा रविवार को अंतर कैडर प्रतिनियुक्ति के माध्यम से राष्ट्रीय राजधानी के पुलिस बल का प्रमुख नियुक्त किया गया था. उन्होंने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक (डीजी) के पद – जिस पर उन्हें पिछले साल अगस्त में नियुक्त किया गया था –  से मुक्त किये जाने के बाद सोमवार को अपना वर्तमान कार्यभार यह संभाला. सशस्त्र सीमा बल के डीजी एस.एल. थाओसेन फिलहाल आईटीबीपी का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे.

57 वर्षीय अरोड़ा ने मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जयपुर, राजस्थान से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है.

आईटीबीपी अधिकारियों के अनुसार, आईपीएस बनने के बाद, उन्होंने तमिलनाडु में कई पदों पर कार्य किया – विभिन्न जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में काम करने अलावा वे कुख्यात डकैत वीरप्पन और उसके गिरोह से निपटने के लिए गठित एक विशेष कार्य बल का भी हिस्सा थे. इस खूंखार डकैत गिरोह के खिलाफ कार्रवाई के लिए अरोड़ा को वीरता एवं वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री वीरता पदक से भी सम्मानित किया गया था.

आईटीबीपी के अधिकारियों के अनुसार अरोड़ा को साल 2004 में सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक और 2014 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से भी नवाजा जा चुका है. उनके बारे में बताया जाता है कि उन्होंने कई अन्य पुरस्कार जीते हैं, जिनमें पुलिस विशेष कर्तव्य पदक, आंतरिक सुरक्षा पदक और संयुक्त राष्ट्र शांति पदक (यूएन पीसकीपिंग मैडल) शामिल हैं.


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तमिलनाडु पुलिस, ITBP और CRPF में बिताया गया कार्यकाल

आईटीबीपी के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि साल 1991 में, अरोड़ा ने नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) की तरफ से पैदा हुए खतरे के बाद उपजे तनाव के बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप (एसएसजी) का गठन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

उन्होंने 1997 और 2002 के बीच प्रतिनियुक्ति के आधार पर आईटीबीपी के कमांडेंट के रूप में भी कार्य किया हुआ है. आईटीबीपी में बिताये गए उनके कार्यकाल में साल 2000 और 2002 के बीच मसूरी स्थित प्रशिक्षण अकादमी में प्रशिक्षक के पद पर दी गयी सेवा भी शामिल था.

उन्होंने साल 2002 और 2004 के बीच कोयंबटूर शहर के पुलिस आयुक्त, तमिलनाडु में विल्लुपुरम रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक और सतर्कता एवं भ्रष्टाचार विरोधी शाखा के उप निदेशक के रूप में भी काम किया है.

अरोड़ा ने चेन्नई पुलिस में अतिरिक्त आयुक्त (अपराध और मुख्यालय) तथा अतिरिक्त आयुक्त (यातायात) का पद भी संभाला है. बाद में उन्हें तमिलनाडु पुलिस में सहायक पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी, ऑपरेशन्स) और एडीजीपी  (प्रशासन) के रूप में भी नियुक्त किया गया था.

दिल्ली पुलिस के नए प्रमुख ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिरीक्षक (आईजी) (स्पेशल ऑपरेशन्स), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के छत्तीसगढ़ सेक्टर के आईजी और इसी बल के आईजी (ऑपरेशन्स) के रूप में भी काम किया है. उन्होंने सीआरपीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक (मुख्यालय और संचालन) और जम्मू-कश्मीर सीआरपीएफ के विशेष महानिदेशक के पदों को भी संभाला है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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