हिसार, 26 अक्टूबर (भाषा) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को कहा कि 14वीं सदी में भक्ति आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मराठी कवि एवं संत संत नामदेव का जीवन प्रेम, भक्ति और समानता का प्रतीक है।
सैनी ने कहा कि संत नामदेव ने भेदभाव, अस्पृश्यता और असमानता को समाप्त करके समाज को एकजुट करने का काम किया।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ‘संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना’ के तहत संत नामदेव को समर्पित एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम में बोल रहे थे। यह हरियाणा सरकार की पहल है जिसका उद्देश्य संतों और महापुरुषों की शिक्षाओं का प्रसार करना है।
सैनी ने कहा, ‘‘समुदाय के अनुरोध पर, राज्य में एक सरकारी संस्थान का नाम संत नामदेव जी महाराज के नाम पर रखा जाएगा।’
उन्होंने समुदाय द्वारा प्रबंधित विभिन्न धर्मशालाओं के रखरखाव और सौर पैनल लगाने के लिए 51 लाख रुपये के अनुदान की भी घोषणा की।
सैनी ने कहा कि यदि समुदाय भिवानी, पानीपत और नारनौल में भूखंडों के लिए आवेदन करता है, तो मानदंडों के अनुसार भूमि आवंटित की जाएगी।
सैनी ने कहा कि संत नामदेव ने प्रत्येक व्यक्ति में दिव्यता देखी और जातिवाद, छुआछूत और असमानता जैसी सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने कहा कि सच्चा धर्म मानवता को जोड़ता है और दूसरों के प्रति करुणा सिखाता है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि संत नामदेव का परिश्रम, समर्पण और ईमानदारी का संदेश हरियाणा के सामाजिक ताने-बाने में गहराई से समाया हुआ है, क्योंकि राज्य का मजदूर वर्ग अपनी लगन और मेहनत से उनकी भावना को आत्मसात करते हैं।
सैनी ने कहा, ‘संतों और महापुरुषों की शिक्षाओं से प्रेरित होकर, राज्य सरकार समाज के हर वर्ग के कल्याण और उत्थान के लिए समर्पित है। इसका सबसे बड़ा उद्देश्य सबसे गरीब व्यक्ति के जीवन स्तर में सुधार लाना और यह सुनिश्चित करना है कि विकास का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।’’
उन्होंने कहा, ‘देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में जैसे-जैसे एक विकसित भारत के निर्माण की ओर बढ़ रहा है, संत नामदेव की शिक्षाएं और भी महत्वपूर्ण हो जाती हैं।’
भाषा अमित सुभाष
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