मुंबई : राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के सूत्रों ने बुधवार को दावा किया कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के निकट एक वाहन में मिली जिलेटिन की छड़ों की खरीद मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाझे ने की थी.
हालांकि, उन्होंने विस्फोटकों के स्रोत के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी.
सूत्रों ने बताया कि इस मामले की जांच कर रही एनआईए ने यह भी पाया कि वाझे ने अपने चालक के साथ मिलकर अंबानी के आवास के निकट एसयूवी खड़ी की थी.
सूत्र ने बताया, ‘एसयूवी में रखी गई जिलेटिन की छड़ों की खरीद वाझे ने की थी.’
सूत्रों ने बताया कि एनआईए के पास ऐसा सीसीटीवी फुटेज है, जिसमें घटनास्थल पर वाझे की मौजूदगी दिखी है. उन्होंने बताया कि जांच के संबंध में एनआईए की टीम मुंबई पुलिस के आयुक्त कार्यालय और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज जुटा रही है. इससे वाझे की गतिविधियों और अन्य पहलुओं का पता चलेगा.
सूत्रों ने बताया कि पुलिस प्रमुख कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) के साथ छेड़छाड़ की कुछ कोशिशें हुई लेकिन ज्यादातर फुटेज उपलब्ध हैं.
उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि आरोपी वाझे ने मुंबई पुलिस आयुक्त कार्यालय और आसपास के इलाके के किसी डीवीआर को नष्ट तो नहीं किया है.
सूत्रों ने बताया कि वाझे ने कथित तौर पर पड़ोसी ठाणे के साकेत सोसाइटी के सीसीटीवी फुटेज और डीवीआर को नष्ट करने की कोशिश की. वह यहीं रह रहा था. इसके अलावा उसने नंबर प्लेट को जलाशय में फेंककर नष्ट करने की कोशिश की.
उन्होंने बताया कि एनआईए ने रविवार को एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, दो हार्ड डिस्क, दो वाहन नंबर प्लेट, दो डीवीआर और दो सीपीयू को गोताखोरों की मदद से मीठी नदी से बरामद किया. वाझे को एनआईए ने 13 मार्च को गिरफ्तार किया था.
एनआईए 25 फरवरी को अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक सामग्री के साथ एसयूवी खड़ी करने और कारोबारी मनसुख हिरन की मौत के मामले की जांच कर रही है. हिरन का शव पांच मार्च को ठाणे के मुंब्रा कस्बे में एक क्रीक में मिला था.