नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को लोकसभा में यूक्रेन के हालात पर लोकसभा में जानकारी दी. लोकसभा में विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने यूक्रेन मसले पर कहा कि इन परिस्थितियों में भारत को क्या करना चाहिए? ऐसे समय में जब ऊर्जा की लागत बढ़ गई है, स्पष्ट रूप से, हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि भारत में आम व्यक्ति एक अतिरिक्त और अपरिहार्य बोझ न झेले.
This was precisely the message that was conveyed to Russian Foreign Minister Sergey Lavrov when he was in Delhi. If India can be of any assistance in this matter, we will be glad to contribute: EAM Dr S Jaishankar in Lok Sabha on #Ukraine pic.twitter.com/l7u29Ems1n
— ANI (@ANI) April 6, 2022
जयशंकर ने कहा, ‘यूक्रेन में संघर्ष का वैश्विक अर्थव्यवस्था और हमारी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण परिणाम हुए हैं. सभी देशों की तरह, हम भी निहितार्थों का आकलन कर रहे हैं और तय कर रहे हैं कि हमारे राष्ट्रीय हित के लिए सबसे अच्छा क्या है.’
लोकसभा में विदेश मंत्री ने कहा, ‘सदस्य इस बात से अवगत हैं कि एक जटिल और वैश्वीकृत दुनिया में, प्रत्येक राष्ट्र इंटरइंडेपेंडेंस की वास्तविकता को ध्यान में रखता है. इसलिए, भले ही वे शब्दों और कार्यों में अपनी स्थिति व्यक्त करते हैं, वे ऐसी नीतियां भी अपनाते हैं जो उनकी आबादी की भलाई की रक्षा करती हैं.’
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन के बीच महीने भर से ज्यादा समय तक युद्ध जारी है. इसमें दोनों तरफ से लोग मारे गये हैं.
जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से यूक्रेन मुद्दे पर बात की
वहीं एक दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ‘टू प्लस टू’ वार्ता से पहले मंगलवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से बात की. बातचीत में मुख्य रुप से यूक्रेन के ताजा घटनाक्रम पर चर्चा की गई.
एक हफ्ते में जयशंकर और ब्लिंकन के बीच टेलीफोन पर दूसरी बार बातचीत हुई है. यह वार्ता ऐसे वक्त हुई है जब रूस से बड़ी मात्रा में रियायती कच्चा तेल खरीदने के भारत के संकेत पर पश्चिमी देशों के बीच बेचैनी बढ़ गई है.
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘हमारे बीच टू प्लस टू वार्ता से पहले विदेश मंत्री ब्लिंकन से बात की. द्विपक्षीय मुद्दों और यूक्रेन से संबंधित नवीनतम घटनाओं पर चर्चा की.’
भारत-अमेरिका ‘टू प्लस टू’ विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय वार्ता का अगला चरण 11 अप्रैल को वाशिंगटन में निर्धारित है. इस वार्ता में यूक्रेन का मुद्दा छाए रहने की संभावना है. हालांकि अभी वार्ता को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.
जयशंकर और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अपने अमेरिकी समकक्ष ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ बातचीत करने के लिए वाशिंगटन की यात्रा पर जाने वाले हैं.
(एएनआई और भाषा के इनपुट्स के साथ)