पुणे, 14 अगस्त (भाषा) श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से यह कहते हुए सतर्क रहने का आग्रह किया है कि कुछ ‘आयातित लोग’ जो न तो हिंदुत्व में विश्वास करते हैं और न ही संघ को समझते हैं, संगठन में शामिल हो रहे हैं।
गिरि बुधवार को आरएसएस के वरिष्ठ नेता भैयाजी (सुरेश) जोशी द्वारा मूल रूप से हिंदी में लिखे गए ‘मृत्युंजय भारत’ के मराठी अनुवाद के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने जोशी की उपस्थिति में कहा कि मृत्युंजय भारत के लिए हिंदुत्व का प्रभावी होना जरूरी है और इसके लिए संघ को प्रभावी बने रहना चाहिए।
आरएसएस से सतर्क रहने का आग्रह करते हुए गिरि ने कहा, ‘कुछ आयातित लोग संघ में विभिन्न माध्यमों से आ रहे हैं। ये वे लोग हैं, जिनकी संस्कृति अलग है, जिन्होंने कभी संघ में विश्वास नहीं किया, जिन्होंने कभी हिंदुत्व में विश्वास नहीं किया।’
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में ऐसे लोगों का आयात संघ परिवार को प्रदूषित कर सकता है, ठीक उसी तरह जैसे गंगा नदी शुद्ध है, लेकिन उसमें गिरने वाले नालों के कारण वह प्रदूषित हो जाती है।
गिरि ने कहा, ‘इसलिए हमें सतर्क रहना होगा। यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि हिंदुओं की जनसंख्या कम न हो। देश मृत्युंजय बना रहे, देश अखंड रहे। अगर हम एक समृद्ध विश्व चाहते हैं, तो हमें भारत को मजबूत बनाना होगा। अगर भारत को मजबूत बनाना है, तो हिंदुओं को मजबूत रहना होगा और ताकत भी संख्या से आती है।’
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शुभम पारुल
पारुल
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