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Friday, 15 November, 2024
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बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में अर्पिता मुखर्जी के आवास से 15 करोड़ रुपए जब्त, अधिक धन वसूली की संभावना

राज्य मंत्री पार्थ चटर्जी के एक और सहयोगी कारोबारी मनोज जैन के बालीगंज में आवास पर भी छापेमारी की.

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नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार को शिक्षक भर्ती घोटाले में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी से जुड़े परिसरों में नए सिरे से तलाशी ली.

उन्होंने कहा कि उत्तर 24 परगना के बेलघरिया क्लब कस्बे में अर्पिता की मां के फ्लैट और तीन अन्य परिसरों को आज की कार्रवाई में शामिल करते हुए छापेमारी की गई.

तलाशी अभियान के बाद ईडी ने उनके आवास से भारी मात्रा में रुपए बरामद किए हैं. जानकारी के मुताबिक अर्पिता मुखर्जी के आवास पर कैश काउंटिंग मशीन लाकर पैसों की गिनती की गई.

अभी तक 15 करोड़ रुपए गिने गए हैं. खबरों के मुताबिक धन की और वसूली की संभावना है.

राज्य मंत्री पार्थ चटर्जी के एक और सहयोगी कारोबारी मनोज जैन के बालीगंज में आवास पर भी छापेमारी की.

ईडी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल प्राइमरी एजुकेशन बोर्ड भर्ती घोटाले के सिलसिले में पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था.

गिरफ्तारियां केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा छापेमारी के बाद हुईं जिसमें उसने उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के परिसरों से 20 करोड़ रुपए से ज्यादा नकद जब्त किया. इस सिलसिले में ईडी ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है.

ईडी के अधिकारियों ने शुक्रवार को पार्थ और बंगाल के मंत्री परेश अधिकारी के आवास पर छापेमारी की.

ईडी ने कहा कि अर्पिता मुखर्जी के परिसर से कुल 20 से ज्यादा मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं. इसके उद्देश्य और उपयोग का पता लगाया जा रहा है.

नकदी के अलावा, घोटाले से जुड़े लोगों के विभिन्न परिसरों से कई अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज, रिकॉर्ड, संदिग्ध कंपनियों का विवरण, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, विदेशी मुद्रा और सोना भी बरामद किया गया है.


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