नई दिल्ली: उन्होंने पहले उसके हाथ-पैर बांधे, उसके मुंह पर टेप लगाया और फिर उसका गला घोंट दिया. इसके बाद उसका क्रेडिट कार्ड लेकर फरार हो गए.
22 सितंबर को 58 वर्षीय व्यक्ति वैशाली स्थित अपने फ्लैट में मृत पाया गया था. मामले में मुख्य संदिग्ध मानी जा रही पीड़िता की 14 वर्षीय गोद ली गई बेटी और उसके कथित 23 वर्षीय प्रेमी को 27 सितंबर को महाराष्ट्र के जलगांव में हिरासत में लिया गया और फिर एक दिन बाद गाजियाबाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में किशोरी की मां की तरफ से एफआईआर दर्ज कराई गई है.
पुलिस का दावा है कि हत्या की योजना पहले से ही बनाई गई थी. किशोरी ने कथित तौर पर दो दिन पहले रस्सियां और टेप खरीदे, उसने अपने प्रेमी को दिल्ली बुलाया जो मूलरूप से जलगांव का निवासी है और जीवन यापन के लिए अजीबो-गरीब काम-धंधे करता रहता था. लड़की ने यह भी सुनिश्चित किया कि हत्या के समय वह घर पर थी.
पुलिस का कहना है कि अपराध का कारण किशोरी और उसके पिता के बीच बढ़ता तनाव था जो कि मुख्य रूप से उसके कथित संबंधों की वजह से था.
पुलिस ने बताया कि 58 वर्षीय व्यक्ति और उसकी पत्नी ने किशोरी को उस समय गोद लिया था जब वह छोटी बच्ची ही थी. पिता और बेटी के बीच घर पर कथित तौर पर अक्सर लड़ाई होती रहती थी और हत्या से एक दिन पहले भी उनकी लड़ाई हुई थी. पुलिस सूत्रों ने इस संबंध में घर के एक कमरे में लगे व्हाइटबोर्ड का हवाला है जिसमें संदेश लिखा था, ‘मैं आज से इसे कुछ भी नहीं दूंगा.’
पुलिस ने कहा कि यह मैसेज पिता की तरफ से लिखा गया था.
गाजियाबाद के पुलिस अधीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने दिप्रिंट को बताया कि स्वास्थ्य के मद्देनजर पिता कमजोर थे क्योंकि उनकी हाल ही में मुंह के कैंसर की सर्जरी हुई थी.
नाबालिग लड़की को अब सुधार गृह भेज दिया गया है, जबकि उसका सह-आरोपी न्यायिक हिरासत में है.
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बढ़ती तकरार और एक हत्या
पुलिस ने बताया कि पड़ोसियों ने कथित तौर पर घर में नियमित रूप से झगड़े होने की पुष्टि की है. लोगों ने बताया कि उनके फ्लैट से अक्सर ही चीखने-चिल्लाने की आवाजें आती रहती थीं.
कथित तौर पर ये झगड़ा तब और बढ़ गया था जब पिता ने इस किशोरी के 19 वर्षीय पूर्व प्रेमी के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करा दी थी, जिसके साथ वह कथित तौर पर पूर्व में घर से भाग गई थी.
पुलिस का दावा है कि हालांकि उसने अपने कथित प्रेमी को बचाने की कोशिश की थी लेकिन कोर्ट में उसकी गवाही को खारिज कर दिया गया था क्योंकि वह नाबालिग थी.
सूत्रों का दावा है कि कथित तौर पर उनके बीच तकरार उस समय फिर बढ़ गई जब लड़की के पिता को 23 वर्षीय सह-आरोपी के साथ उसके संबंधों के बारे में पता चला.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘उन्होंने उसका फोन छीन लिया और उसकी पॉकेट मनी बंद कर दी.’
एस.पी. सिंह ने बताया कि नाबालिग और 23 वर्षीय सह-आरोपी की पहली मुलाकात आठ महीने पहले ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान हुई थी.
इस मामले में 23 वर्षीय सह-आरोपी कथित तौर पर 22 सितंबर की सुबह 11 बजे वैशाली पहुंचा था. पुलिस का कहना है कि संदिग्ध आरोपी ने केवल कक्षा 5 तक पढ़ाई की है और जीवन यापन के लिए अजीबोगरीब काम-धंधे करता रहा है, उसने यहां आने के लिए अपने किसी दोस्त से कर्ज लिया था.
हालांकि, दोनों महीनों से चैट कर रहे थे लेकिन यह पहली बार था जब दोनों आपस में मिले थे.
एस.पी. सिंह ने कहा, ‘नाबालिग ने उसे काफी पहले से यही बता रखा था कि उसके पिता सख्त हैं और वह उनसे बहुत दुखी है. उसने उसे झगड़े के बारे में भी बताया. उसने अपने प्रेमी को यह भी बताया कि वह अक्सर उसे पीटते थे.’
पुलिस के मुताबिक, पिता के बाजार जाने पर किशोरी ने कथित तौर पर उसे घर के अंदर बुला लिया. उसकी मां एक सरकारी कर्मचारी है और उस समय काम पर गई थी.
पिता के लौटने पर लड़की ने कथित तौर पर अपने सह-आरोपी को बाथरूम में छिपा दिया और फिर उसके साथ लंच किया.
एस.पी. सिंह ने कहा कि जब पिता को नींद आने लगी तो लड़की ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उनका गला घोंट दिया. दोपहर करीब 2 बजे तक उनकी मौत हो चुकी थी.
‘भागकर’ महाराष्ट्र गए
हत्या के बाद उसने कथित तौर पर अपने कुछ कपड़े पैक किए और पिता का क्रेडिट कार्ड भी ले लिया. पुलिस का दावा है कि इमारत में लगे सिक्योरिटी कैमरों के फुटेज में दोनों संदिग्ध शाम करीब पांच बजे निकलते दिख रहे हैं.
वे कथित तौर पर अक्षरधाम गए, वहां से आगरा के लिए एक टैक्सी ली, फिर नासिक के लिए एक बस में सवार हुए और इसके बाद जलगांव पहुंच गए.
एसपी ने कहा, ‘वे लगातार स्थान बदलते रहे, और किसी एक ही होटल या लॉज में एक दिन से अधिक नहीं रुके.’
बच्ची की मां को 22 सितंबर की शाम घर लौटने पर शव मिला. घर पहुंचने पर उन्होंने दरवाजा बाहर से बंद पाया और जब फोन कॉल का भी कोई जवाब नहीं मिला तो वह चिंतित हो गई. फिर जब वह फ्लैट में अंदर पहुंची तो अपने पति को फर्श पर गिरा पाया, उसके क्रेडिट कार्ड गायब थे और उनकी बेटी कहीं नहीं मिली. पुलिस ने बताया कि इस पर उन्हें संदेह हुआ और तुरंत अपनी बेटी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कौशांबी पुलिस स्टेशन पहुंचीं.
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