पुणे, एक नवंबर (भाषा) मुंबई में 19 लोगों को बंधक बनाने के बाद पुलिस की गोलीबारी में मारे गए रोहित आर्य का शनिवार तड़के पुणे में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
आर्य (50) ने मुंबई के पवई इलाके के एक स्टूडियो में 10 से 12 साल की उम्र के 17 बच्चों और दो वयस्कों को बृहस्पतिवार को बंधक बना लिया था। पुलिस ने तीन घंटे तक चले बंधक संकट के बाद बच्चों और दो वयस्कों को बचा लिया। इस बचाव अभियान के दौरान गोली लगने से आर्य की मौत हो गई।
मुंबई के जे जे अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद उसका शव पुणे ले जाया गया।
आर्य की पत्नी, बेटे और उसके परिवार के अन्य करीबी सदस्यों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आर्य कुछ समय से पुणे से बाहर रह रहा था। प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि हाल के वर्षों में उसका अपने परिवार से संपर्क बहुत कम था।
आर्य ने पहले दावा किया था कि महाराष्ट्र शिक्षा विभाग की एक परियोजना के लिए उसका बकाया भुगतान लंबित था और उसने यह राशि प्राप्त करने के लिए पुणे में विरोध-प्रदर्शन भी किया था।
भाषा सिम्मी सुरभि
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