जयपुर, चार अक्टूबर (भाषा) जयपुर के सरकारी सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में शनिवार को पहली बार रोबोट की सहायता से किडनी प्रत्यारोपण सर्जरी की गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इस सफल सर्जरी में 71 वर्षीय मां ने अपने 38 वर्षीय बेटे को किडनी दान की।
अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. शिवम प्रियदर्शी ने बताया कि उच्च रक्तचाप के कारण युवक की दोनों किडनियां खराब हो गई थीं और वह डायलिसिस पर था।
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर भारत के किसी सरकारी अस्पताल में यह संभवतः पहला रोबोट की सहायता से किया गया किडनी प्रत्यारोपण है। यह सर्जरी नयी दिल्ली से मार्गदर्शक के रूप में आए डॉ. अनंत कुमार की देखरेख में की गई।’’
डॉ. प्रियदर्शी ने बताया कि दाता (डोनर) की किडनी निकालने के लिए लेप्रोस्कोपिक (कीहोल) तकनीक का उपयोग किया गया, जबकि प्राप्तकर्ता में किडनी प्रत्यारोपण ‘रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम’ की मदद से किया गया।
उन्होंने कहा कि रोबोटिक सर्जरी में चीरा छोटा लगाया जाता है, दर्द कम होता है और मरीज जल्दी स्वस्थ होता है।
डॉ. प्रियदर्शी ने कहा, ‘‘रोबोट द्वारा संचालित सर्जरी में ऑपरेशन के बाद होने वाला दर्द और अन्य जटिलताएं भी कम होती हैं।’’
भाषा पृथ्वी खारी
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